डॉ. लक्ष्मण यादव और डॉ. ऋतू सिंह को पुनः नियुक्ति दी जाए* – हनुमान अम्बेडकर

विश्वविद्यालयों में व्याप्त भेदभाव के खिलाफ रायबरेली में दिया गया ज्ञापन

माधव संदेश संवाददाता

रायबरेली दिल्ली के जाकिर हुसैन कालेज में प्रोफेसर रहे डॉ. लक्ष्मन यादव के आह्वाहन पर ‘इंकलाबी नौजवान सभा’ के कार्यकर्ताओं ने उच्च शिक्षा पर खतरे वा अन्याय पूर्ण भेदभाव के खिलाफ महामहिम राष्ट्रपति को प्रेषित ज्ञापन दिया जिसमें उच्च शिक्षा व विश्वविद्यालयों में जाति, धर्म, विचारधारा के आधार पर अध्यापकों व प्रोफेसर्स की नियुक्ति एवं अपारदर्शी शिक्षक भर्ती के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग की गयी | जिसमें शिक्षा को ठेके पर देने, पीएचडी एडमिशन में धांधली व पिछले कुछ वर्षो में दिल्ली विश्वविद्यालय से निकाले गए हजारों प्रतिभावान अनुभवी शिक्षकों के साथ न्याय करने की मांग भी की गयी है | दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलतराम कालेज की प्रोफेसर डॉ. ऋतू सिंह को भी बिना किसी उचित कारण के निकाल दिया गया है जिसके बाद से उनका धरना पिछले तीन महीने से चल रहा है लेकिन विश्वविद्यालय ने कोई ध्यान नहीं दिया है, इसको लेकर भी ज्ञापन में मांग की गयी है | इंकलाबी नौजवान सभा के जिलाध्यक्ष अधिवक्ता हनुमान अम्बेडकर ने कहा देश में दलित, पिछड़ो से अध्ययन और अध्यापन दोनों का अधिकार छीना जा रहा है यह साजिश

विश्वविद्यालयों और विद्यालयों में बैठे जातिवादी मानसिकता के लोग बड़े ही सुनियोजित ढंग से कर रहे हैं इसी मानसिकता से ग्रसित लोगों ने बहुजन की आवाज बन चुके डॉ. लक्ष्मन यादव को हटा दिया गया, उनकी गलती इतनी थी वो देश के दलित-पिछड़ों को न्याय और सम्मान दिलवाने की बात कर रहे थे | इसी तरह बहन ऋतू सिंह को जातिवाद का शिकार बना कर उन्हें प्रोफेसर के पद से हटा दिया गया | लेकिन अब बहुजन समाज जागरूक हो चुका है वो अपने शिक्षा, हक़, हुकूक और सम्मान के लिए लड़ेगा यदि डॉ. लक्ष्मन यादव और डॉ. ऋतू सिंह को पुनः नियुक्ति नहीं दी जाती है तो देश में एक बड़ा आंदोलन होगा | इस मौके पर उपस्थित स्वराज इण्डिया पार्टी के राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य पुष्कर पाल ने कहा कि संसद से बाहर सांसद, विश्वविद्यालय से बाहर प्रोफेसर, यही गुजराती मॉडल है जिसे मोदी सरकार पूरे देश में लागू कर रही है, सरकार की इस नीति के खिलाफ अगर लोग नहीं खड़े होंगे तो अंग्रेजों के बाद देश संघी शासन का गुलाम होगा, जो इतिहास की सबसे भयावह स्थिति होगी | सैकड़ों की संख्या में इंकलाबी नौजवान के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया |

प्रोफेसर लक्ष्मण यादव और प्रोफेसर ऋतू सिंह के समर्थन में इस जन आंदोलन में सैकड़ों लोगों ने भाग किया | मिशन कोचिंग के डायरेक्टर योगेश कुमार, अरुण यादव, बालेंद्र यादव, पुष्कर पाल, रिंकू पटेल, अजीत चौधरी, एडवोकेट जय सिंह यादव फौजी राजबहादुर पासवान, बिंदा पासवान,कल टेंट वाले, अतीत अंबेडकर, पिंटू पासवान, इंकलाबिंद जवान सभा जिला सचिव उदयभान चौधरी, फूलचंद मौर्य रंजीत अंबेडकर, रवि अंबेडकर, अनूप अंबेडकर, मनोज अंबेडकर, विनय गौड़, रामेश्वर प्रधान, अजमत अली, इशरत अली, राजेंद्र निषाद, अजय यादव, रामू यादव,अनिल पासवान, रामबाबू पासवान, जे.के. रावत सुमित्रा रावत, राजूकश्यप, पिंटू पासवान व कल्लू टेंट वाले समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे!

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