ईद मिलादुन नबी के मौके पर नातिया मुशायरा
इटावा। ईद मिलादुन नबी के मौके पर शायर रौनक इटावी के आवास पर नातिया मुशायरा का आयोजन हुआ। जिसकी सरपरस्ती मौलाना वाजिद अशरफी ने की। सदारत हाजी गुड्डू मंसूरी ने की। मुशायरे के मेहमाने खुसूसी पूर्व चेयरमैन हाजी फुरकान अहमद रहे।
शायर साबिर हुसैन ने कहा कि जा अजल जा अभी इन आंखों ने रोजाऐ मुस्तफा नहीं देखा। हाशिम नाईमी ने कहा जहां में जब नबी आए बहारों पे बहार आई ज़मीं को चूमने ने जन्नत की खुशबू बार-बार आई। हादी हसन ने कहा सरकार की आमद का अंदाज निराला है मक्के में हुए पैदा घर-घर में उजाला है। रईस अहमद ने कहा जश्ने ए मिलादे नबी दिल से मना ले ए रईस इस के आगे हेच हैं इदैन जैसे त्योहार भी। शमशुद्दीन ने कहा वो दर के फरिश्ते भी झुकते हैं जहां सर ए काश इस दर पे हो हर इक सजदा अदा। रियाज इटावी ने कहा जिस की सीरत इतनी प्यारी वो खुद कितना प्यारा होगा। शकील सागर ने कहा चर्चा जरूर होगा मेरा आसमान पर जिक्र रसूल रहता है मेरी जुबान पर। आमिर इटावी ने कहा जिक्रे नबी के फूल खिलाओ ए मोमिनो इसके नबी के दीप जलाओ ए मोमिना। निजामत कर रहे रौनक इटावी ने कहा खुदा के नूर का जलवा दिखा रहे हैं रसूल ज़मीं पे अर्श से तशरीफ़ ला रहे हैं रसूल। इरफान आदिल चिश्ती, हाफिज कैफ रज़ा कारी, उमर बरकाती, सूफी अब्दुल सत्तार, ने कलाम पेश किया। मुशायरे में फरहान शकील सपा नेता, राशिद खान कांग्रेस नेता, शेख मुस्तकीम, हाजी अजीम वारसी, वाईके शफी, हाजी रईस, मन्नान राईनी, ताबिश खा,ं हाजी शकील, हाजी आफताब, अहमद अली, जैनुल, अदनान खान, इमरान खान, फ़ैज़, शाहजान, कासिम बाबा, मोहम्मद शारिक, मोहम्मद औसाफ, कादिर मौजूद रहे। मुशायरे के कन्वीनर आजम खान, आरिफ खान ने आये हुए मेहमानों का साफा पहनाकर इस्तकबाल किया।