बच्चे पुलिस से दोस्ती करने पहुंचे एसएसपी कार्यालय
इटावा। पुलिस से दोस्ती करने के लिए स्कूली बच्चे एसएसपी कार्यालय पहुंचे। नन्हंे बच्चांे से एसएसपी ने राष्ट्रीय पर्व के उपलक्ष्य मंे सवाल जवाब किए। बच्चांे का कान्फिडंेस देख एसएसपी खुश नजर आए। नौनिहाल बच्चांे के मन मंे पुलिस के प्रति डर निकालने के लिए तीन दर्जन से अधिक बचपन प्ले स्कूल के बच्चे पुलिस कप्तान से मिलने पहुंचे। बच्चांे के मन से पुलिस के प्रति भय का भाव खत्म करने के लिए पुलिस की कार्यशैली से बच्चांे को अवगत करवाया गया।
एसएसपी ने बच्चांे को पुलिस लाइन और अपने कार्यालय मंे घुमाया और उनको खाने-पीने की वस्तुएंे वितरित की। पुलिस का यह रूप देख बच्चे खुश और निडर नजर आए। पुलिस के प्रति बच्चांे के मन से भय को खत्म करने के लिए स्कूल प्रबंधन बच्चांे को लेकर पुलिस अधिकारी से मिलने पहुंचा था। बच्चांे ने बताया पुलिस अंकल अच्छे होते है। एसएसपी के मुताबिक छोटे-छोटे बच्चांे को पुलिस अकल बनाने और जागरूक करने के लिए उनके साथ दोस्ती करना जरूरी है। जिससे किसी भी तरह की शिकायत करने के लिए वह डरे नहीं। स्कूल की प्रिंसिपल कृतिका सिंह ने बताया कि बच्चे आमतौर पर पुलिस के प्रति यह धरना बनाए रहते है कि पुलिस बहुत खराब होती है। जिस कारण बच्चे हमेशा पुलिस का नाम सुनते या पुलिस को देखते ही डर जाते है। सिलसिला बचपन से शुरू होकर बड़े तक उनके सात बदस्तूर जारी रहता है। जिससे कई नुकसान भी होते है। जैसे बच्चे बडे होने के बाद भी उनके साथ या आसपास हो रही क्रिमिनल एक्टिविटीज को कभी पुलिस के सामने नहीं रख पाते है। इसलिए बच्चांे के मन से पुलिस का डर खत्म करवाने और पुलिस अच्छे लोगांे की दोस्ती होती है इस उद्देश्य से लेेकर आए है। एसएसपी संजय कुमार ने बताया कि पुलिस के प्रति जो बच्चांे मंे जो डर का भाव पैदा होता है। वह हमसे और हमारी टीम से मिलकर डर और संशय खत्म करना चाहते थे। इसके लिए कई दिन से स्कूल प्रबंधन प्रयासरत था। उसी के चलते बचपन प्ले स्कूल के 30 से 40 बच्चे मिलने आए थे। पुलिस के प्रति उत्कुसता या पुलिस कैसे काम करती है। यह जो बच्चांे के मन मंे आदर्श का भाव था। इसी के देखते हुए हमने उनको अपने आफिस, व पुलिस लाइन मंे घुमाया।