सैफ़ई ऑर्थोपैडिक एसोसिएशन ने एसएमजीआई में आयोजित की आर्थोसैफ़ई ऑर्थोपैडिक एसोसिएशन ने एसएमजीआई में आयोजित की आर्थो प्रशिक्षण कार्यशाला सेंफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के कुशल नेतृत्व में आयोजित हुई कार्यशाला

इटावा: सैफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन ने जिला स्तर पर मरीजों में चोटों और मौतों को रोकने के लिए *Each ONE Train ONE Save ONE* ठीम के तहत एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल में दिनांक 2 अगस्त को किया गया, जिसे वहां पर मौजूद संस्थान के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने बड़ी ही गंभीरता से समझा और विशेषज्ञों के निर्देशन में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अद्भुत महत्वपूर्ण फर्स्ट एड मेडिकल प्रशिक्षण कार्यशाला के अन्तर्गत किसी भी सामान्य व्यक्ति को प्रशिक्षित करने के साथ असमय दुर्घटना में आने वाली चोटों के घातक परिणामों से आम जनता को बचाने के लिए हर एक व्यक्ति को प्रशिक्षित करने का संकल्प भी लिया गया ।
सर मदनलाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अंर्तगत इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज में आयोजित हुई इस विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. गीता राम ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। डॉ विकास यादव,चेयरमैन मदन हॉस्पिटल इटावा ने कार्यशाला में पधारे सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और कार्यशाला में पधारने के लिए विशेष आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे सीएमओ इटावा डॉ गीता राम अपने उद्बोधन में कहा कि,भारत में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली चोटों और मौतों को रोकने के प्रयासों के तहत जीवन रक्षा का यह एक प्राथमिक प्रक्षिशण है। उन्होंने इस तरह के आयोजन के महत्व पर जोर देते हुए स्वास्थ्यप्रद आहार और भोजन के महत्व पर भी बल दिया। कार्यशाला में विशेषज्ञ, चिकित्सकों सहित चिकित्सा के पेशेवरों ने भी चोटों के घातक परिणामों के बारे में जागरूकता के साथ छात्र छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा का सरल प्रक्षिशण भी दिया।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञके डॉ. आर एस यादव ने कहा कि,भारत में हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटना की गम्भीर चोटों के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने जन जन को सशक्त बनाने का आवाह्न किया ।
इस विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला में सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. डी. के. दुबे ने उपस्थित लोगों को बारीकी से समझाया कि, हेड इंजरी में मामूली सी दिखने वाली चोटें भी भविष्य में बड़े गम्भीर परिणामों को जन्म दे सकती हैं अतः सिर की चोटों को कभी भी हल्के में न लें बल्कि, समय रहते ही चिकित्सक से सही उपचार कराएं।
इसी क्रम में सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एवं सैफई ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि, दुर्घटना के बाद के कुछ पल किसी भी मरीज के लिए बहुत ही बहुमूल्य होते हैं जिसमें त्वरित इलाज से उस घायल व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है और अगर हम सभी के पास पर्याप्त प्रशिक्षण हो तो ही यह कार्य सरलता से संभव होता है। सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सचिव एवं एसोसिएट प्रोफेसर यूपीएमएस सैफई डॉ अजय राजपूत ने जीवन बचाने वाली जरूरी प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया और साथ ही विस्तार से डेमोंस्ट्रेट करने के लिए उन्होंने नर्सिंग के छात्रों को विशेष प्रशिक्षण का लाइव डेमो भी दिया।
कार्यशाला में सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अन्य गणमान्य व्यक्तियों में डॉ एम एस पाल, डॉ एस सी चतुर्वेदी, डॉ प्रदीप कुमार गुप्ता, डॉ ईश्वर, डॉ सौरभ यादव,वरिष्ठ रेजिडेंट, यूपीएमएस सैफई एवं डॉ अरविंद यादव सहित जूनियर रेजिडेंट,यूपीएमएस सैफई के साथ डॉ विकास यादव,चेयरमैन मदन हॉस्पिटल इटावा, डॉ उमाशंकर शर्मा डायरेक्टर,सर मदनलाल ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस इटावा,शशि शेखर त्रिपाठी, डायरेक्टर सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल, श्रीमती विद्यारानी, प्रिंसिपल सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल,मुकेश पाठक,एडमिनिस्ट्रेटर मदन हॉस्पिटल, डॉ रेहनुद्दीन,एसोसिएट प्रोफेसर ने भी सहभागिता की । कार्यक्रम का सफल संचालन शशिशेखर त्रिपाठी एवं सैफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के डॉ अजय राजपूत ने किया। प्रशिक्षण कार्यशाला

सेंफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के कुशल नेतृत्व में आयोजित हुई कार्यशाला

इटावा: सैफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन ने जिला स्तर पर मरीजों में चोटों और मौतों को रोकने के लिए *Each ONE Train ONE Save ONE* ठीम के तहत एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल में दिनांक 2 अगस्त को किया गया, जिसे वहां पर मौजूद संस्थान के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने बड़ी ही गंभीरता से समझा और विशेषज्ञों के निर्देशन में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अद्भुत महत्वपूर्ण फर्स्ट एड मेडिकल प्रशिक्षण कार्यशाला के अन्तर्गत किसी भी सामान्य व्यक्ति को प्रशिक्षित करने के साथ असमय दुर्घटना में आने वाली चोटों के घातक परिणामों से आम जनता को बचाने के लिए हर एक व्यक्ति को प्रशिक्षित करने का संकल्प भी लिया गया ।
सर मदनलाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अंर्तगत इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज में आयोजित हुई इस विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. गीता राम ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। डॉ विकास यादव,चेयरमैन मदन हॉस्पिटल इटावा ने कार्यशाला में पधारे सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और कार्यशाला में पधारने के लिए विशेष आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे सीएमओ इटावा डॉ गीता राम अपने उद्बोधन में कहा कि,भारत में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली चोटों और मौतों को रोकने के प्रयासों के तहत जीवन रक्षा का यह एक प्राथमिक प्रक्षिशण है। उन्होंने इस तरह के आयोजन के महत्व पर जोर देते हुए स्वास्थ्यप्रद आहार और भोजन के महत्व पर भी बल दिया। कार्यशाला में विशेषज्ञ, चिकित्सकों सहित चिकित्सा के पेशेवरों ने भी चोटों के घातक परिणामों के बारे में जागरूकता के साथ छात्र छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा का सरल प्रक्षिशण भी दिया।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञके डॉ. आर एस यादव ने कहा कि,भारत में हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटना की गम्भीर चोटों के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने जन जन को सशक्त बनाने का आवाह्न किया ।
इस विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला में सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. डी. के. दुबे ने उपस्थित लोगों को बारीकी से समझाया कि, हेड इंजरी में मामूली सी दिखने वाली चोटें भी भविष्य में बड़े गम्भीर परिणामों को जन्म दे सकती हैं अतः सिर की चोटों को कभी भी हल्के में न लें बल्कि, समय रहते ही चिकित्सक से सही उपचार कराएं।
इसी क्रम में सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एवं सैफई ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि, दुर्घटना के बाद के कुछ पल किसी भी मरीज के लिए बहुत ही बहुमूल्य होते हैं जिसमें त्वरित इलाज से उस घायल व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है और अगर हम सभी के पास पर्याप्त प्रशिक्षण हो तो ही यह कार्य सरलता से संभव होता है। सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सचिव एवं एसोसिएट प्रोफेसर यूपीएमएस सैफई डॉ अजय राजपूत ने जीवन बचाने वाली जरूरी प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया और साथ ही विस्तार से डेमोंस्ट्रेट करने के लिए उन्होंने नर्सिंग के छात्रों को विशेष प्रशिक्षण का लाइव डेमो भी दिया।
कार्यशाला में सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अन्य गणमान्य व्यक्तियों में डॉ एम एस पाल, डॉ एस सी चतुर्वेदी, डॉ प्रदीप कुमार गुप्ता, डॉ ईश्वर, डॉ सौरभ यादव,वरिष्ठ रेजिडेंट, यूपीएमएस सैफई एवं डॉ अरविंद यादव सहित जूनियर रेजिडेंट,यूपीएमएस सैफई के साथ डॉ विकास यादव,चेयरमैन मदन हॉस्पिटल इटावा, डॉ उमाशंकर शर्मा डायरेक्टर,सर मदनलाल ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस इटावा,शशि शेखर त्रिपाठी, डायरेक्टर सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल, श्रीमती विद्यारानी, प्रिंसिपल सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल,मुकेश पाठक,एडमिनिस्ट्रेटर मदन हॉस्पिटल, डॉ रेहनुद्दीन,एसोसिएट प्रोफेसर ने भी सहभागिता की । कार्यक्रम का सफल संचालन शशिशेखर त्रिपाठी एवं सैफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के डॉ अजय राजपूत ने किया।

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