विरासत दर्ज न करने पर एसडीएम ने लेखपाल को दिया नोटिस

 

ऊसराहार, इटावा। म्रतको की विरासत दर्ज न करने पर एसडीएम ने लेखपाल को नोटिस जारी कर घोर लापरवाही के लिए जबाब मांगा है अभियान में ताखा के गुजराती मे छह लोग म्रतक पाए गए थे इसके बाद भी लेखपाल ने विरासत दर्ज नही की एसडीएम जब गांव मे निरीक्षण करने पहुचे तो लेखपाल की लापरवाही सामने उजागर हुई।

भूमधर लोगो मे जो परिवार के मुखिया म्रतक हुए हैं उनके परिवार की तत्काल विरासत दर्ज करने के लिए शासन गंभीर है इसके लिए राजस्व परिषद ने 17 मई से 30 जुलाई के बीच अभियान चलाया था अभियान मे लेखपालो को गांव गांव जाकर ग्रामीणों के बीच जाकर खतौनी को पढकर सुनाना था जिन परिवारो के मुखिया म्रतक हो गए हैं उनके घर मे जो वारिश है उनके नाम विरासत भी इसी अभियान मे दर्ज की जानी थी पूरे अभियान का अब सत्यापन चल रहा है सोमवार को उपजिलाधिकारी ताखा देवेन्द्र कुमार पांडेय ताखा के नगला गुजराती में सत्यापन करने पहुचे उन्होंने ग्रामीणों के बीच 369 भूमधर परिवारो का सत्यापन किया जिसमे छह परिवार के मुखिया म्रतक हो चुके थे जिनकी विरासत लेखपाल को चलाए गए अभियान मे दर्ज करनी थी लेकिन एसडीएम के सत्यापन मे छह परिवारो मे से किसी भी परिवार की विरासत दर्ज नही मिली जिसे उपजिलाधिकारी ने घोर लापरवाही माना ग्रामीणो ने बताया गांव की शरण देवी पत्नी पुत्तू लाल तो चार वर्ष पहले मर चुकी है उनकी भी विरासत दर्ज नही की गई है एसडीएम ने कहा चलाए गए अभियान मे सभी विरासत दर्ज हो जानी चाहिए थी लेखपाल सतेंद्र ने बताया म्रतक के परिवार से दस्तावेज न मिलने के कारण विरासत दर्ज नही हो सकी एसडीएम लेखपाल के इस जबाब से भी संतुष्ट नहीं हुए उन्होंने कहा साफ जाहिर होता है कि काम के प्रति लापरवाही बरती गई है उन्होंने लेखपाल को नोटिस जारी कर पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है साथ ही तत्काल सभी म्रतक परिवारो की विरासत दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।

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