यमुना का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रांे मंे भरा पानी

 

इटावा। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के बहुत करीब है। जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यमुना नदी का जलस्तर 120.88 पहुंच चुका है। हालांकि हथनीकुंड से छोड़े गए पूर्व में पानी से नदी का जलस्तर 121.39 पहुंच गया था। धूमनपुरा गांव के मंदिर सहित हनुमान घाट अभी भी पूरी तरह जलमगन है। यमुना के किनारे मंदिरांे मंे लगभग 8 फीट ऊंचाई तक पानी पहुंच गया है।

इटावा में यमुना के किनारे फसलंे व पेड़ बाग पूरी तरह से डूब चुके है। ग्रामीणांे के चेहरे पर अभी भी चिंता की लकीर बनी हुई है। प्रशासन लगातार बाढ़ राहत चौपालंे लगाकर जागरूक करने का काम कर रहा है। ग्रामीणांे को बाढ़ से निपटने के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए है। पूजा करने पहुंचे मंदिर के पुजारी पं. रामकुमार दीक्षित बताते हैं कि कल मंदिरांे में पानी नहीं भरा था और हम यहां रूद्राभिषेक शंकर जी का करने के लिए आए है लेकिन जलस्तर बढ़ गया है तो पूजा पाठ बंद काफी दिन से बंद है। हथिनीकुंड से यदि यह पानी निरंतर छोड़ा जा रहा है तो यहां बाढ़ जैसी स्थिति बन जाएगी। पहले यहां मंदिर पर सीढ़ी तक पानी था और अब मंदिरों के अंदर प्रवेश कर गया था हम लोग मंदिर की छत पर खड़े है। यदि यह पानी बढ़ता रहा तो कई गांव खाली करने पड़ सकते है।

 

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