इरादा तेरा बदल गया
लेखक : राहुल मिश्रा
क्या मेरे प्यार से तेरा मन भर गया था
क्या तुझे कोई और पसन्द पड़ गया था
क्या कमी थी मेरे अंदर जो तुम छोड़ गई
मेरा कौन सी गलती पर तुम मुँह मोड़ गईं
क्या अपना साथ बस इतना दिन का ही था
क्या तुमने कभी मेरे से प्यार नही किया था
मेरे संग सकून से तूने जीवन नही जिया था
आखिर तुमने क्यों इतना बड़ा फैसला लिये
आखिर क्यों अनजान शक्ख से शादी किये
मेरा तुम्हारे अंदर से लगता हैं प्यार मर गया
तेरा इरादा पल भर में कैसे इतना बदल गया
~मिश्रा राहुल