नारेबाजी कर कानबाई के साथ जम्मू छोडे जाने की मांग पर अडे
इटावा! इटावा से अमरनाथ दर्शन के लिए फसे 51 लोगों में 28 लोगों को मंगलवार को बालटाल से सीआरपीएफ कानबाई के साथ जम्मू छोडे जाने के बाद नाराज मीरबाजार सीआरपी ग्रुप सेन्टर में हजारों भक्तों के द्वारा जम्मू प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कानबाई के साथ जम्मू छोडे जाने की मांग पर अडे।
इटावा से 1 जुलाई को 101 भक्तों की टीम ओमरतन कश्यप व जयसिंह चौहान के साथ अमरनाथ यात्रा पर गये थे जिसमें एक ग्रुप से ओमरतन के साथ 50 लोग दर्शन करके जम्मू लौट आये। तो वहीं जयसिंह चौहान के नेतृत्व में 51 लोगों में 28 पंचतरणी पर 6 जुलाई को बर्फ गिरने व पत्थर गिरने के कारण दर्शन से रोक दिया गया था इसके बाद 8 जुलाई को 23 लोगों को जम्मू के लिए छोडा गया इसके बाद उनको मीरबाजार में रोक कर सीआरपीएफ कैम्प में रोक दिया गया था वहीं जो 28 लोग पंचतरणी पर बर्फबारी के कारण रुके थे उनको दर्शन के लिए 9 जुलाई को भेजा गया व बापस बालटाल रोकने के बाद मंगलवार की सुबह रामबन में टूटे टनल के पास सड़क को सही होने के बाद कानबाई के साथ जम्मू के लिए भेज दिया गया इसकी खबर जब मीरबाजार ग्रुप सेन्टर पर रोके गये भक्तों को लगी तो उन्होंने कैम्पस के अन्दर धरना प्रदर्शन करते हुए जम्मू पुलिस के अधिकारियों के विरुद नारेबाजी शुरु कर दी। इसके बाद भी कोई असर होता नहीं दिखा यहां पर लोग कानबाई के साथ जम्मू स्टेशन छोडे जाने की मांग पर अडे हुए थे। वहीं मौके पर आये एस एस पी संजय नारंगल व सीओ बिक्तम नेग सहित सीआरपीएफ के आला अधिकारी व जम्मू पुलिस के अधिकारी चार दिन से कैम्पस में रोके गये भक्तों को समझाने में जुटे रहे कि सुबह बुधबार को निर्देश मिलने पर जम्मू छोडा जाएगा।
इस धरना प्रदर्शन में इटावा से दर्शन करने गये पत्रकार व पूर्व सभासद दिनेश यादव, अनुरूध्द यादव,शैलेश, अन्कित पाण्डेय, अनुज, विनय पाल, शेरा, विकास, अवनीश, अमन दुवे, उत्तम दुवे, राजवीर सविता, देवेन्द्र यादव, अजीत, शिवा, भूरे सहित अन्य प्रदेशों के लोग शामिल रहे।