गांव की खुशहाली के लिए किया हवन-पूजन,हर मुराद पूरी करती हैं गमा देवी माता
जसवन्तनगर, इटावा! बलरई थाना क्षेत्र के गांव नगला तौर में बने गमा देवी मंदिर को गांव वाले रखवाली मां के नाम भी जानते हैं। मान्यता है कि देवी मंदिर में माथा टेकने वाले भक्त की हर मुश्किल दूर हो जाती है। पूजा पाठ करने और मन्नत मांगने पर भक्तों की हर मुराद दरबार में पूरी होती है।क्षेत्र में शांति व सुख समृद्धि की कामना के साथ गांव में पूजा का आयोजन करवाया जाता है। इसके चलते गांव की पूजा का आयोजन समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से करवाया गया।वृन्दावन से आये शास्त्री सर्वेश कुमार ने मंत्रोच्चार से गमा देवी मंदिर पर हवन-पूजन किया गया, जिसमें ब्राम्हण यजमानों ने भाग लेकर क्षेत्रवासियों में सुख शांति बनाये रखने की कामना के साथ हवन में आहूतियां दीं गईं। हवन हो जाने के बाद सैकड़ों भक्तों ने गमा देवी के साथ देवी-देवताओं के जयकारे लगाते हुए परिक्रमा की। भक्तों का मानना है कि इस पूजा के बाद यहां के ग्रामीणों को किसी भी दैविक आपदा या आकाल जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है और क्षेत्र में सुख-शांति बनी रहती है।
गाँव वाले बताते हैं कि देवी मंदिर में युवा शादी के लिए, बारात रवाना होने से पहले माथा टेकते हैं। शादी के बाद शांति, खुशहाली के लिए नव दंपति मां के चरणों में पहुंचकर आशीर्वाद लेते हैं। कई दशकों से ऐसी परंपरा चली आ रही है। गांव के लोग मिल जुल कर होली पर्व के बाद होली मिलन मेला भी मंदिर परिसर में आयोजित होता है। गाँव वालों का कहना है कि मां गमा देवी के दरबार में आने वाले व्यक्ति की बाधाएं और गम दूर होते हैं।
असाढ़ माह में हवन पूजन का है विशेष महत्व
बताते हैं कि मंदिर में पूजन करने का विशेष महत्व है।मंदिर पर तमाम धार्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं। गांव के लोग बताते हैं कि गांव के समीप सैकड़ों साल पहले चबूतरा बना था। जिस पर गमा देवी की मूर्ति रखी थी। कई दशक पहले गांव के जमीदार रघुवर दयाल ने यहां पर मंदिर निर्माण कराया था।