भारत विकास परिषद् द्वारा संचालित निःशुल्क जल सेवा का धूमधाम से समापन
इटावा भारत विकास परिषद् मुख्य शाखा इटावा द्वारा संचालित रेलवे स्टेशन इटावा के प्लेटफार्म नंबर 2-3 पर पुल के नीचे 01 मई से चलने वाली निःशुल्क शीतल जल सेवा का निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो गई।यह जलसेवा विगत कई वर्षों से स्टेशन अधीक्षक की अनुमति से मई-जून में दो माह के लिए गर्मियों में यात्रियों को निःशुल्क रूप से की जा रही है। जलसेवा का उद्घाटन विवेक कुलश्रेष्ठ क्षेत्रीय सचिव सेवा -2 और पांचाल प्रान्त के महासचिव संजय मिश्रा द्वारा 01मई को किया गया था
कार्यक्रम के समापन पर परिषद् के अध्यक्ष इन्द्र नारायण पाण्डेय ने कहा कि गर्मियों में लोगों को शीतल जल उपलब्ध कराना सबसे बड़ा पुण्य कर्म होता है। यात्रियों को 30 मई गंगा दशहरा और 08 जून वी. एन. चतुर्वेदी की पुण्य तिथि पर शर्बत वितरण भी किया गया। जलसेवा और शर्बत वितरण में ओमप्रकाश तिवारी,डी. डी. मिश्रा एडवोकेट, बृजेश कुलश्रेष्ठ, राजीव लोचन दीक्षित, इन्द्र नारायण पाण्डेय, हरि शंकर त्रिपाठी, डॉ. अमित भदौरिया, पल्लवी मिश्रा, मीना सक्सेना, अतुल वी. एन. चतुर्वेदी पत्रकार,राकेश पाठक अध्यक्ष राधा माधव संकीर्तन मंडल,ओम नारायण शुक्ला, राजेश कुमार वर्मा, शीला बाजपेई,सुयश राजावत,मन्जू दुबे, अनुराग मिश्रा असफल, शैलजा पाठक, गंगा शर्मा हिमाचल,एस. एन. दुबे ,डॉ पुष्पहास पाण्डेय, मिथलेश कमठान सहित 45 लोगों ने आर्थिक सहयोग प्रदान किया।भीषण गर्मी में स्टेशन पर ओमप्रकाश तिवारी और लालजी प्रसाद दुबे संयोजक द्वय के कुशल नेतृत्व में विवेक कुलश्रेष्ठ क्षेत्रीय सचिव सेवा इन्द्र नारायण पाण्डेय अध्यक्ष ,अत्रि दीक्षित-सचिव,शैलेश पाठक कोषाध्यक्ष,रीना राठौड़ महिला संयोजिका ,कुलदीप कुमार अवस्थी संगठन सचिव,इन्दु कुलश्रेष्ठ,ओम रतन मीडिया प्रभारी,आशा राम मिश्रा,बी. एन. सिंह ,सौरभ सक्सेना, चन्द्र प्रकाश सिंह, राजीव लोचन दीक्षित, राजीव अवस्थी, कुलदीप कश्यप, जवाहर लाल पाण्डेय, प्रतिभा सिंह, प्रीति सक्सेना, विमलेश शर्मा ,अजय मिश्रा, प्रतिभा रंजन मिश्रा, मन्जू देवी, पुलकित कुलश्रेष्ठ,नन्द कुमार यादव,रामू राजपूत, राहुल राजपूत आदि ने उपस्थित रहकर यात्रियों को जल पिलाने का काम किया।कार्यक्रम के समापन पर संयोजक ओमप्रकाश तिवारी और लालजी प्रसाद दुबे ने सहयोग प्रदान करने वाले सभी सम्मानित लोगों का आभार व्यक्त किया और स्वल्पाहार कराया।अन्त में राष्ट्रगान गाकर समापन हुआ।