पिता ने बच्चे को कुएं में डकेला, हुई मौत
इटावा। कुंए में नौ साल के सागर को धक्का देकर उसके सौतले पिता अवधेश कुमार ने मार डाला था। वह खुद की संतान की चाहत में पत्नी से शारीरिक संबंध बनाना चाहता था लेकिन पत्नी इसके लिए तैयार नहीं थी। इसलिए पत्नी के दिल में उससे संतान पाने की चाहत जगाने की मंशा से ही उसने सागर को तब ठिकाने लगाने की साजिश पर अमल किया, जब पांच दिन पहले पत्नी मायके चली गई थी। शक न हो, इसलिए उसने न सिर्फ गुमशुदगी दर्ज कराई बल्कि शराफत का नकाब पहनकर सागर को तलाशने का दिखावा करता रहा।
मामला इकदिल थाना क्षेत्र के ग्राम नगला मोती का है। यहां खेत पर स्थित कुंए से बुधवार को दुर्गंध महसूस किए जाने पर ग्रामीणों ने सागर के शव को निकाला था। तभी से सागर की मां सोनी को जिंदगी में आए दूसरे पति अवधेश कुमार पर शक था। एसएसपी संजय कुमार ने बताया कि घटना के पर्दाफाश के लिए इकदिल थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्ण लाल पटेल और क्राइम ब्रांच प्रभारी अनिल कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में संयुक्त टीम का गठन किया गया था। विवेचना के दौरान बालक की हत्या मे बालक के सौतेले पिता अवधेश कुमार की भूमिका संदिग्ध प्रतीत पाए जाने पर पुलिस टीम द्वारा उसको गुरुवार को रेलवे क्रासिंग नगला मोती से हिरासत में लिया गया।
अवधेश कुमार पुत्र रघुवीर सिंह निवासी ग्राम नगला मोती ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी पत्नी सोनी से एक बच्चा पैदा करना चाहता था परंतु उसकी पत्नी बार-बार अपने पहले पति से पुत्र सागर व पुत्री मुस्कान का हवाला देकर इस बात के लिए तैयार नही थी और न ही उसके साथ शारिरीक संबंध बनाती थी। इसी बात से परेशान होकर उसने योजना बनाई कि यदि वह सागर को रास्ते से हटा दे तो पत्नी उससे संतान पैदा करने के लिए तैयार हो जाएगी। जब पत्नी 17 जून को अपने मायके चली गई थी तब अगले दिन 18 जून सुबह करीब 10 बजे मौका पाकर सागर को चारा काटने के बहाने साथ लेकर गांव के बाहर कुछ दूरी पर खेत मे बने कुंए के पास ले गया और मौका पाकर सागर को कुंए में धक्का दे दिया था। सागर के डूबने के बाद वह वहां से चला आया और जब परिवार वाले सागर की तलाश करने लगे तो उसने अगले दिन 19 जून को पुलिस को गुमराह करने के लिए सागर के गुमशुदा होने की सूचना पुलिस को दी थी।