उन्नाव बांगरमऊ पुलिस अपराध खोलने में फेल

 

बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र मे लगातार नाबालिक बच्ची के साथ दुष्कर्म की तीसरी घटना अभी तक किसी भी घटना में नहीं गिरफ्तार किए गए आरोपी बांगरमऊ पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

बांगरमऊ उन्नाव क्षेत्र के अंतर्गत कलवारी गांव में एक नाबालिक बच्ची के साथ गांव के दो युवकों ने मारपीट कर किया दुष्कर्म पीड़िता के पिता ने कोतवाली बांगरमऊ में प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई आपको बता दें कि बांगरमऊ क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कलवारी में एक दलित 15 वर्षीय नाबालिक बालिका जो कि गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर अपने मामा आशीष व छोटे भाई सर्वेंद्र के साथ खेत पर गई थी जहां कुछ दूरी पर नाबालिक बच्ची कास काटने लगी तभी गांव के ही युवक अजीत सिंह पुत्र ललित सिंह मौके पर आ गयाऔर प्रार्थी की पुत्री को दबोच छेड छाड़ करने लगा तब प्रार्थी की पुत्री ने इसका विरोध किया विरोध करने पर अजीत सिंह पुत्री को लात को घुसो से मारने पीटने लगा और जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ दुष्कर्म किया जब प्रार्थी की बेटी चिल्लाई तो चिल्लाने की आवाज सुनकर प्रार्थी के बेटी का मामा आशीष छोटा भाई सर्वेंद्र कुमार आवाज सुनकर मौके पर दौड़कर गए तब आरोपी अजीत सिंह ने अपने मित्र विकास सिंह पुत्र दिनेश सिंह को फोन कर बुला लिया और उसकी मोटरसाइकिल लेकर मौके से भाग गया भागते वक्त विकास का मोबाइल वहीं पर गिर गया आपको बता दें कि बांगरमऊ थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक महीने के अंदर नाबालिक बच्ची के साथ अपहरण व रेप की तीसरी घटना है बांगरमऊ कोतवाली पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकामयाब साबित हो रही है बांगरमऊ पुलिस अभी तक किसी भी मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है जिससे कि पीड़िता व उसके पिता में भारी आक्रोश है पीड़िता ने बताया कि बांगरमऊ कोतवाली में एक महिला कांस्टेबल ने उसको काफी धमकाया भी था की तुम लोग फर्जी तरीके से यहां बना के लाते हो ऐसा पीड़िता के साथ ही नहीं हुआ इसके कुछ दिन पहले भी इसी प्रकार के दो घटनाओं में यहां की महिला कांस्टेबल ने पीड़ित महिलाओं को धमकाते हुए उल्टा जेल भेजने की धमकी भी दी थी उन महिलाओं के साथ आज दो हफ्ता बीत जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म छेड़छाड़ व सामूहिक दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं वह पुलिस की कार्यशैली पर अनेकों प्रकार के सवाल भी उठ रहे हैं कि पीड़िता के साथ ऐसे किसी भी घटना को अंजाम दिया जाता है बांगरमऊ पुलिस पीड़िता की मदद ना करके अपराधियों को बचाने में लगी रहती है पीड़िता द्वारा कहा गया कि अगर बांगरमऊ पुलिस द्वारा अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई न की गई तो मैं खुद को मुख्यमंत्री आवास जाकर आत्मदाह करने को मजबूर होंगी।

अर्जून तिवारी उन्नाव संवाददाता

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