वन अधिकारियों का ईमान खरीद कर वन माफिया बेखौफ होकर चलाते हैं हरे पेड़ों पर आरा

*यहां सस्ते में बिक जाता है कानून के रखवालों का जमीर,बड़े अफसर भी हो जाते हैं मौन*

– खानपुर गांव स्थित तालाब के किनारे हरे शीशम के पेड़ को बेखौफ लकड़कट्टों ने काटकर किया जमींदोज

माधव संदेश ब्यूरो /चीफ जय सिंह यादव रायबरेली 

राही, रायबरेलीl थाने की पुलिस, और वन विभाग के मुलाजिम हरियाली को तहस-नहस करके खुलेआम शीशम का पेड़ काटने का जुर्म कर रहे हैl लकड़कट्टे स्थानीय पर्यावरण और वन्यजीवों के लिए बड़ा खतरा बन गए हैंl लकड़कट्टों के लिए भदोखर थाना क्षेत्र एक मुफीद जगह साबित हो रही हैlयहां पर बड़े सस्ते दामों में कानून के कारिन्दों का ईमान खरीद लेते हैं और बेखौफ जरायम को अंजाम देने में सफल हो जाते हैंl इस तरह इन बेखौफ लकड़कट्टों को न तो कानून का भय रह जाता है और न ही शासन-प्रशासन काl हैरत में डालने वाली बात यह है कि पर्यावरण और मानवता के लिए खतरनाक हो रहे वन माफिया सजा-जुर्माना भोगने के बावजूद बिना अनुमति हरी लकड़ी काटने का काम करते हैंl पुलिस अपनी पूरी ईमानदार से पुलिसिंग करती है तभी तो हरे पेड़ काटने के अपराध पर काबू नही कर पाती हैl जानकारी के मुताबिक भदोखर थाना क्षेत्र के खानपुर गांव में मंगलवार को बेखौफ लकड़कट्टे ने दो हरे शीशम के पेड़ को काटकर जमींदोज कर दिया और इस बाबत जिम्मेदार धृतराष्ट्र बने रहेl भदोखर थाना क्षेत्र के आसपास लकड़कट्टे सक्रिय रहते हैंl पेड़ खरीदने के साथ ही जिम्मेदारों का ईमान भी खरीद लेते हैं वन माफिया अपराध करके चले जाते हैंl जब कभी मीडिया या अन्य माध्यमों से मामला चर्चित हो जाता है,तब वन विभाग के स्थानीय कर्मचारी लकड़कट्टे पर ऐसा जुर्माना लगाते हैं,जिसमें रसीद कम रकम की काटी जाती हैl जबकि जमा कराई जाने वाली रकम करीब दूनी होती है!पुलिस से सवाल पूछा जाता है तो यह वन विभाग की जिम्मेदारी है बताकर पल्ला झाड़ लेती हैl लेकिन आश्चर्य तब होता है जब यही पुलिस वाले लकड़कट्टों से पैसा वसूल लिए बिना पेड़ में कुल्हाड़ी नहीं लगाने देते!

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