पालिका चुनाव की अधिसूचना में अड़ंगा से उम्मीदवार निराश
*कईयों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया था *बहुत से प्रत्याशियों ने अपने नोड्यूज भी तैयार करा लिए
जसवंतनगर (इटावा)। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव भर प्रतीक्षा रत रहे नगर पालिका चुनाव के दावेदार उम्मीदवार पिछले एक हफ्ता से उत्साहित होकर अपनी जोड़-तोड़ और चुनाव प्रचार में जुट गये थे। मगर इस चुनाव को लेकर लखनऊ खंडपीठ में रिट याचिका दायर होने और उसकी सुनवाई अब 20 दिसंबर को होने से उम्मीदवारों को लगने लगा है की चुनाव 15 जनवरी तक होना असंभव हैं, इसलिए निराश होकर बैठ गए हैं।
जसवंत नगर नगर पालिका के अध्यक्ष और 25 वार्ड के सभासदों का चुनाव होना है। कम से कम 35 दावेदार पालिका अध्यक्ष की कुर्सी के लिए हैं, जबकि 25 वार्ड के सभासद पदों के लिए कोई 200 से ज्यादा दावेदार हैं।
समाजवादी पार्टी उम्मीदवार डिंपल यादव के मैनपुरी लोकसभा से चुनाव जीतने तथा समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के एक हो जाने से यहां समाजवादियों में काफी गहमागहमी पैदा हो गई थी। पार्टी के टिकट के दावेदारों की संख्या एकदम उभरकर सामने आई थी।
बताते हैं कि यादव जातिय कम से कम 10 उम्मीदवार और मुस्लिम जातिय आधा दर्जन दावेदार सपा टिकट के लिए दौड़ धूप में लग गए थे।
जसवंतनगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी पाने के लिए दो दावेदार भागीरथ यादव करू तथा खटखटा बाबा कुटिया के महंत मोहन गिरी महाराज लगभग 2 वर्षों से वाकायदा अपना प्रचार अभियान छेड़े हैं। इन दोनों ने पिछले एक महीने के दौरान नगर के हर मोहल्ले में दस्तक देते सभाओं और संपर्क का दौर तेज कर दिया था।
करीब एक महीने से दावेदारों में कुमार हुए पीएल फॉर्म परिवार के मनोज यादव ‘ गोपी’ ने अपने भाई दुष्यंत यादव ‘भूरे’ को साथ रख अपने परिवार में पालिका अध्यक्ष की कुर्सी लाने के लिए मैदान में उतर कर बाकायदा चुनाव अभियान शुरू किया था।
यही नहीं कई दावेदारों ने , जिन्होंने चुनाव लड़ने के लिए कमर कसी है ,उन्होंने बिजली विभाग, बैंक और पालिका से अपने नोड्यूज भी तैयार करा लिए गए। बताया तो यहां तक गया है , कि कई दावेदार उम्मीदवारों के यहां बाकायदा चाय पानी और लंगर चलने शुरू हो गए थे।
लखनऊ कोर्ट की खंडपीठ में रिट याचिका दायर होने के बाद जब कोर्ट ने 15 दिसंबर तक सरकार को अधिसूचना जारी करने से मना किया था, तब तक दावेदार लोग उम्मीद कर रहे थे कि अधिसूचना किसी भी दिन जारी हो जाएगी और चुनाव 15 जनवरी से पहले पहले संपन्न हो जाएंगे। मगर अब खंडपीठ में सुनवाई 20 दिसंबर को होनी है। उम्मीदवार सोचने लगे हैं कि 20 दिसंबर के बाद भी कोर्ट में सुनवाई जारी रह सकती है, इसलिए अभी हाल फिलहाल अधिसूचना जारी होने की कोई उम्मीद नहीं है। चुनाव फरवरी महीने तक टल सकते हैं।(वेदव्रत गुप्ता)