वित्त आयोग की राशि से पालिका कर्मचारियों की सेलरी बांटे जाने को लेकर ज्ञापन

 *आय के स्रोत बढ़ाने के लिए कमेटी बनाने पर जोर

फोटो – एसडीएम ज्योत्सना बंधु को ज्ञापन सौंपते ऋषि कांत चतुर्वेदी

जसवंतनगर (इटावा)। नगर पालिका परिषद जसवंतनगर में वित्त आयोग के स्रोतों से प्राप्त धन को मनमाने ढंग से अन्य खर्चों में प्रयोग किये जाने को लेकर डीएम इटावा को संबोधित एक ज्ञापन गुरुवार को एसडीएम ज्योत्सना बंधु को सौपाया गाया है।

राष्ट्रीय सनातन एकता मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व सभासद ऋषिकांत चतुर्वेदी ने यह ज्ञापन सौंपाते कहा है कि 15 वे वित्त आयोग से नगर पालिका जसवंतनगर को एक करोड़ 10लाख रुपए विकास कार्यों के लिए हाल में प्राप्त हुए। इस राशि को नगर के विकास कार्यों में खर्च किया जाना था।

इसी दौरान नगर पालिका के कर्मचारियों को कई महीने से तनख्वाह न दिए जाने के कारण उन्होंने हड़ताल कर दी। ज्ञातव्य है कि सरकार ने पालिकाओं की तनख्वाह संबंधी ग्रांट में 30 परसेंट की कटौती की है और इस कटौती को पालिकाओं को अपनी संसाधनों से पूर्ति करनी है। मगर यहां की नगर पालिका ने कोई नए साधन या आमदनी नहीं बढ़ाई। इस वजह से कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दी जा सकी। अतः हड़ताल खत्म कराने और कर्मचारियों की तनख्वाह देने के लिए 15 वे वित्त आयोग से मिले धन से उन्हें तनखवाह बांटकर उनकी हड़ताल खत्म कराई गई।

यह सर्वथा उनकी अनुचित है क्योंकि विकास कार्यों का पैसा तनख्वाह में बांट देने से नगर के कई विकास कार्य धरे की धरे रह गये। पालिका ई ओ अब विकास कार्य नहीं करा रहे हैं ।

15वें वित्त आयोग का धन तनख्वाह में बांट देना सर्वथा

अनुचित है और न ही यह स्थाई समाधान है। इससे न तो कर्मचारियों को परमानेंटली तनख्वाह नियमित बांटी जा सकेगी और नहीं जसवंतनगर में विकास कार्य संपादित हो सकेंगे।

ज्ञापन में जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया है कि वह निर्देशित करें कि पूर्व सभासद ,वर्तमान सभासद, नामित सभासद, पालिका अधिशासी अधिकारी तथा पालिकाध्यक्ष की एक संयुक्त कमेटी बनाकर नगरपालिका की आय के स्रोत बढ़ाने पर कोई कार्य योजना बनाई जाए।

*वेदव्रत गुप्ता

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