*पचदेवरा में भागवत कथा*
*🌹सुदामा जैसी जीवन वृत्ति हो श्री कृष्ण आपके भी मित्र बनेंगे: पं. योगेश प्रभाकर🌹*
*इटावा। सुदामा जैसी साधक जीवन वृत्ति हो तो श्री कृष्ण हमारे आपके भी मित्र बन सकते हैं और भक्तिपूर्ण ऐश्वर्य हमारे जीवन में भी आ सकता है।*
*ग्राम पचदेवरा में हो रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस पर प्रवचन करते हुए श्री वृंदावन धाम से पधारे भागवताचार्य पं. योगेश प्रभाकर जी महाराज ने ये बात सुदामा चरित सुनाते हुए कही। उन्होंने कहा कि भगवान की मित्रता पाने के लिए चार बातें होना जरूरी है। पहला यह कि साधक ब्राह्मण अथवा ब्राह्मणोचित आचरण वाला हो । उसके जीवन में विरक्ति का भाव यानी इंद्रियों पर संयम हो, परम संतोषी हो तथा भगवान के चरणों में मन लगाने वाला हो तो भगवान की सम्पूर्ण कृपा उसे मिलती ही है। इसके अलावा उन्होंने श्री राधा कृष्ण के अलौकिक प्रेम लीलाओं का तात्विक विवेचन किया।*
*कथा के अंत में परीक्षित दंपति गिरिजा शंकर तिवारी एवं श्रीमती लक्ष्मी तिवारी ने व्यास गद्दी एवं भगवान की आरती की। अमित तिवारी ने प्रसाद वितरण किया। शुक्रवार को ( आज) भंडारा प्रसाद होगा।*