नेताजी के आदर्शों को पूरा करने में जुटेगा चौधरी सुघर सिंह संस्थान

- भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई

फोटो: सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी में श्रद्धांजलि देते

~वेदव्रत गुप्ता। जसवन्तनगर(इटावा)। धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनैतिक जीवन के 55 वर्षों में से एक दशक से ज्यादा एक शिक्षक के रूप में भी बिताया था। आज जब वह दुनिया में नहीं है, तो शिक्षकों, छात्रों और शिक्षा संस्थानों में सर्वत्र शोक का माहौल है। अपनी अपनी तरह से शोक सभाएं और श्रद्धांजलियों का दौर चल रहा है।

नेता जी के अत्यंत विश्वासपात्र रहे यहां के जुगौरा परिवार की ओर से संचालित जिले के सबसे बड़े शिक्षा संस्थान में नेताजी के निधन और अंतिम संस्कार के दौरान संस्थान के संचालित सभी स्कूल कालेज बंद रहे और अब एक बड़ी शोकसभा चौ सुघर सिंह ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट में शोकाकुल माहौल में आयोजित की गई। सभी प्रबंधन, शिक्षकों और छात्र छात्रओं ने नेता जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उनके आदर्शों और विचारों को अपनाने और पूरा करने में जुटने की शपथ ली।

इस मोके पर इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष प्रो डॉ ब्रजेश चंद्र यादव, प्रबंध निदेशक अनुज मोंटी यादव मौजूद रहे। निदेशक डॉ सन्दीप पांडेय ने कहा कि आज नेता जी मृत्यु के समक्ष जरूर हार गए , लेकिन उनके प्रयासों और संघर्षों ने गरीब, मजदूर, किसान, शोषितों और वंचितों का वक़्त बदल दिया। वह हम सबके समक्ष अपनी विचारधारा के रूप में सदैव जीवित रहेंगे। जब तक सूरज चाँद रहेगा धरतीपुत्र आपका नाम रहेगा। नेता एक नेता नही बल्कि गरीब एवम शोषितों के मसीहा थे। नर्सिंग कालेज निदेशक डॉ रीमा शर्मा ,फार्मेसी निदेशक डॉ राकेश सैनी ,फार्मेसी प्राचार्य डॉ प्रदीप यादव ,महाविद्यालय प्राचार्य डॉ जितेंद्र पाल ,इण्टर कॉलेज प्राचार्य श विष्णुदयाल और समस्त स्टाफ ने नेता जी के चित्र पर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की।

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