राणा बेनी माधव की स्मृतियों को संजोने का काम कर रही समितिः सीएम योगी

राणा बेनी माधव बक्श सिंह स्मारक समिति की तरफ से आयोजित किया गया भाव समर्पण समारोह

*राणा बेनी माधव बख्श सिंह के नाम पर बनेगा सभागार, सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने कर कमलों से किया शिलान्यास।

माधव संदेश /ब्यूरो चीफ जय सिंह यादव रायबरेली

रायबरेली।वीर बैसवारे की शान, अवध की मान’ अमर नायक राणा बेनी माधव बख्श सिंह की 218वीं जयंती पर शिरकत करने के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ रायबरेली पहुँचे। राणा बेनी माधव बख्श सिंह स्मारक समिति की तरफ से आयोजित भाव समर्पण समारोह में पहुँचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने समिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे आजादी के इस वीरनायक को याद करने के लिए दोबारा आने का सौभाग्य मिला है। समिति ने जिस तरह से अपने पूर्वजों को संजोने का काम किया है, वह वास्तव में बहुत ही तारीफ के काबिल है।

राणा बेनी माधव बख्श सिंह स्मारक समिति की तरफ से शहर के फिरोज गांधी कॉलेज स्थित इंदिरा गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी की असली ललक संगठित रूप से देखने को प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 ईस्वी में ही मिली थी। जब एक साथ देश में अलग-अलग जगहों पर इंकलाब एक ही समय में किया गया था। बुंदेलखंड में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने बागडोर संभाली थी तो कानपुर में तात्या टोपे ने जिम्मेदारी संभाली थी। वहीं, अवध क्षेत्र में जिस नायक ने अंग्रेजों से मोर्चा लिया था, उस अमर नायक का नाम था राणा बेनी माधव बख्श सिंह। अवध क्षेत्र में क्रांति की कमान संभालते हुए शंकरपुर स्टेट के राजा राणा बेनी माधव बक्ष सिंह अपने हजारों सैनिकों के साथ में मोर्चा संभालकर मैदान में निकल पड़े थे। उस दौरान हजारों लोग शहीद हुए थे जिनका अभिलेखों में प्रमाण नहीं मिल पाया है, लेकिन हम उनको भी नहीं भूल सकते हैं। उनके इतिहास को संजोने की जरूरत है। इस काम को बहुत ही अच्छे तरीके से हमारे महाविद्यालय और कॉलेज व स्कूल के शिक्षक और छात्र कर सकते हैं। बेहतर संकलन करके उन्हें अपने क्षेत्र के स्वाधीनता संग्राम सेनानियों को संजोने की जरूरत है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब हम आज राणा बेनी माधव जी को याद कर रहे हैं तो फिर उनके सेनानी वीरा पासी को कैसे भूल सकते हैं, जिन्होंने अवध क्षेत्र में आंदोलन को गति प्रदान की थी। राणा बेनी माधव के साथ में मिलकर अंतिम सांस तक अंग्रेजों से मोर्चा लेते रहेे। राणा द्वारा जगाई गई अलख के बाद हम लोग 90 वर्षों तक अंग्रेजों से लड़ते रहे और हजारों नायकों की वजह से ही हमें आजादी मिली थी। आजाद भारत के बाद आज अगर हम लोग सुरक्षित है तो उसमें सबसे बड़ा योगदान हमारे सैनिकों का है। परमवीर चक्र से अंलकृत सूबेदार मेजर संजय कुमार जैसे वीर सैनिकों की वजह से हम सुरक्षित है।

समिति के अध्यक्ष इन्द्रेश विक्रम सिंह ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से रायबरेली को गोद लेने की मांग की। राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि समिति ने राणा बेनी माधव बख्श की विषाल मूर्ति को लगाकर यह साबित कर दिया है कि अपने पूर्वजों का कैसे ख्याल हम रख रहे हैं। वहीं, राज्यमंत्री मंयकेश्वर शरण सिंह ने भी समिति के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि असल में आजादी का अमृत महोत्सव यही है। कार्यक्रम का संचालन गोपाल खन्ना ने किया।

इस मौके पर राना बेनी माधव बख्श सिंह स्मृति शौर्य सम्मान परमवीर चक्र से अलंकृत सूबेदार मेजर संजय कुमार, वीरा पासी स्मृति समाज सेवा सम्मान अर्पित यादव, शिव बहादुर सिंह भदौरिया स्मृति साहित्य सम्मान नवगीतगार अनूप अषेष, दिलीप सिंह स्मृति पत्रकारिता सम्मान जी न्यूज के एडिटर शमसेर सिंह को सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों दिया गया।

समिति की स्मारिका ’अवध केसरी’ का विमोचन तथा जनसूचना एवं सम्पर्क विभाग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में जनपद रायबरेली के शौर्य साहित्य पर आधारित प्रदर्षनी का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री ने किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने नेहरू नगर क्रॉसिंग पर राणा प्रतिमा पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद चौक पर भी अमर सैनिकों को याद करते हुए पुष्पाजंलि दी। वहीं, राणा बेनी माधव बख्श सिंह के नाम पर बनने वाले सभागार का शिलान्यास सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने कर कमलों से किया।

इस मौके पर सदर विधायिका अदिति सिंह, सलोन विधायक अशोक कोरी, पूर्व एमएलसी राजा राकेश सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक गजाधर सिंह, सुरेंद्र प्रताप सिंह, अजय पाल सिंह, राजाराम त्यागी, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, विजय रस्तोगी, रामदेव पाल, जय सिंह सेंगर, हरिहर सिंह, पवन सिंह, प्रभात शाहू, कौशलेन्द्र सिंह, मुकेष श्रीवास्तव, अतुल भार्गव, राकेश भदौरिया, शिवकुमार सिंह, महेंद्र अग्रवाल, ब्लॉक प्रमुख वैशाली सिंह, विवेक सिंह, सत्येन्द्र सिंह, निफ्ट डायरेक्टर भारत शाह, अमरेष सिंह, एनटीपीसी जीएम, सभासद एसपी सिंह, उमेष सिंह, डा. मनीष चौहान, डा. बृजेष सिंह, डा. बीडी सिंह, राकेष भदौरिया, डा. केएस सिंह, शिवम सिंह, डा. रवि सिंह, डा. ओपी सिंह, राजा हर्षेंद्र सिंह, जय चक्रवर्ती, गोविंद खन्ना, राकेष राना, दुर्गेश सिंह, डॉ. आजेन्द्र सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, शरद सिंह, शिवेन्द्र सिंह, आरबी सिंह, सूरज शुक्ला, राजू राठौर, ठाकुर बृजेश सिंह, जीतेन्द्र सिंह केसरिया आदि लोग मौजूद रहे।

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