जिला महिला अस्पताल सहित समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर मनाया गया विश्व गर्भनिरोधक दिवस

अनचाहे गर्भ के जोखिम से बचाने के लिए महिलाओं को किया गया जागरूक

*इटावा।* जनपद में सोमवार को जिला महिला अस्पताल और सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाया गया।इस दिवस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी संसाधनों का स्टाल लगाकर लोगों को परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी दी गई। *यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और आरसीएच नोडल अधिकारी डॉ. बीएल संजय ने दी।*

उन्होंने बताया की गर्भनिरोधक उपायों के प्रति जागरूकता फैलाने और युवाओं को सही उम्र में प्रजनन का निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए 26 सितंबर को ‘विश्व गर्भनिरोधक दिवस’ मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन से संबंधित भ्रांतियों को दूर करते हुए गर्भनिरोधक संसाधनों के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना व महिलाओं को अनचाहे गर्भ के जोखिम से बचाना है ।
*जिला अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ यश्मिता ने बताया* कि विश्व गर्भनिरोधक दिवस के अवसर पर ओपीडी में आई लगभग 150 महिलाओं को गर्भनिरोधक संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
*परिवार नियोजन व लॉजिस्टिक प्रबंधक अमित विश्वकर्मा ने बताया* कि विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,और उप केंद्रों पर स्टाल लगाकर परिवार नियोजन संसाधनों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया।
*गर्भनिरोधक का महत्व*

*डॉ.सिंह ने गर्भनिरोधक संसाधनों के संदर्भ में भ्रांतियां दूर करते हुए कहा* कि गर्भनिरोधक जानकारी और विधियों तक पहुंच सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य के लिए मौलिक है। अवांछित गर्भधारण की रोकथाम मातृ अस्वस्थता और मृत्यु की घटनाओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।उन्होंने बताया कि गर्भनिरोध और परिवार नियोजन युवा लड़कियों और बड़ी उम्र की महिलाओं में गर्भधारण में देरी करने में फायदेमंद हो सकता है,जिन्हें अनपेक्षित गर्भधारण से स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।अनचाहे गर्भधारण की दरों को कम करके,गर्भनिरोधक भी असुरक्षित गर्भपात की आवश्यकता को कम करता है।
*डॉ.सिंह ने बताया कि विभिन्न प्रकार के गर्भनिरोधक,गर्भनिरोधक विधियों के सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले संसाधन निम्न हैं* -परिवार नियोजन के स्थाई संसाधन के रूप में- पुरुष नसबंदी,महिला नसबंदी अस्थाई संसाधनों में कंडोम,छाया, अंतरा,मौखिक गर्भ निरोधकों (गोली), *उन्होंने बताया* कि जिला अस्पताल में सोमवार को 30 छाया,माला-एन 20, 48 निरोध 01 आईयूसीडी, 01 अंतरा परिवार नियोजन संसाधनों को अपनाया।
*लाभार्थी अनीता सिंह ने बताया* कि विश्व गर्भनिरोधक दिवस के अवसर पर परिवार नियोजन संसाधनों के संदर्भ में मुझे विस्तृत जानकारी दी गई।जिसके बाद मैंने आज डॉ.यश्मिता के समझाने पर जिला अस्पताल में कॉपर-टी लगवाई।मेरे एक लड़का और एक लड़की है इसलिए मैं अपना परिवार आगे बढ़ाना नहीं चाहती हूं व अनचाहे गर्भ से सुरक्षा के लिए मैंने परिवार नियोजन संसाधन को अपनाया।

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