जसवंतनगर । एतिहासिक रामलीला मैदान में रावण का महल बनकर हो चुका तैयार
इसी वर्ष रामलीला के आयोजन से पूर्व पंचवटी बनकर होगी तैयार
जसवंतनगर । यहां रामलीला मैदान में रावण का महल तो बनकर काफी पहले तैयार हो चुका है लेकिन राम की पंचवटी अभी तक तैयार न होने से राम लीला के राम बेघर थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा इसी वर्ष रामलीला के आयोजन से पूर्व पंचवटी बनकर तैयार होगी।
अयोध्या शोध संस्थान के डायरेक्टर डॉक्टर लव- कुश द्विवेदी ने लगभग एक माह के अंदर चौथी बार जहां रामलीला मैदान का दौरा किया तथा पंचवटी के निर्माण की समीक्षा की तथा तथा वहां पर चल रहे कार्य के संबंध में ठेकेदारों व कलाकारों को आवश्यक निर्देश दिए तथा हर कीमत अगले माह होने वाले मैदानी रामलीला महोत्सव से पूर्व पंचवटी को आकर्षक साज-सज्जा के साथ बनाने के भी कड़े निर्देश दिए।
बाद में उन्होंने बताया कि अगले माह होने वाली रामलीला 2022 के कार्यक्रमों से पूर्व भव्य पंचवटी बनकर तैयार हो जाएगी तथा रामलीला के कार्यक्रमों में उसका पूरा उपयोग किया जाएगा । पंचवटी को काफी आकर्षक बनाया जा रहा है जिससे लोग रामलीला कार्यक्रमों के साथ-साथ पंचवटी को देखने के लिए उत्सुक रहेंगे। डॉक्टर द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश के संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के निर्देश पर वे समीक्षा करने यहां आए हैं तथा पंचवटी का कार्य शीघ्र पूरा कराने में संस्कृति मंत्री काफी रुचि दिखा रहे हैं । डॉक्टर द्विवेदी के साथ रामलीला समिति की ओर सेे अजेंद्र सिंह गौर ने उन्हें निर्माण के दौरान कुछ सुधार भी बताएं इस पर उन्होंने आवश्यक निर्देश भी दिए। विदित हो कि जसवंत नगर की मैदानी रामलीला संयुक्त राष्ट्र संघ की सांस्कृतिक संस्था यूनेस्को की विश्व धरोहर में दर्ज है जिससे इसका महत्व काफी बढ़ गया है और यह रामलीला अपनी शैली की दुनिया में इकलौती रामलीला है।
उधर पंचवटी को आकर्षक बनाने के लिए पिछले लगभग एक माह से विश्वजीत मजूमदार के नेतृत्व में कोलकाता से आए टेराकोटा कलाकारों का एक दल इस कार्य को चालू माह के अंत तक पूरा कर लेने के लिए जुटा हुआ है तथा काफी कार्य अब तक पंचवटी में हो भी चुका है पंचवटी को प्राचीन लुक देते हुए नए तरीके से तैयार किया जा रहा है। कोरोना के कारण पिछले तीन वर्षों से बाहरी व विदेशी लोग यहां पर नहीं आ पाये थे । इस बार विदेशी मेहमानों के इस अनोखी राम लीला को देखने आने की संभावना ज्यादा बताई जा रही है।