साँप के डसने से हुई महिला की मौत, देर से अस्पताल पहुँचने पर गई जान

इटावा। चकरनगर के थाना सहसों क्षेत्र के अंतर्गत अजीत की गढिया निवासी सुनीता पत्नी अशोक दुबे उम्र लगभग 42 वर्ष की आज सुबह किसी जहरीले सर्प के काटने से दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सुनीता चारपाई पर बैठी थी जब वे खड़ी हुई तब ही नीचे बैठे किसी सर्प ने उन्हें डस लिया । उन्होंने सर्प को जाते देखा था। सुनीता के पति के अनुसार उनकी पत्नी को सुबह 5:30 पर साँप ने काटा था सुनीता को पहले पास के ही किसी भगत से भी झाड़ फूँक करवाने ले जाया गया था। वहाँ उसने झाड़ फूँक की और कहा कि अब कोई जहर नही चढ़ेगा। उसके बाद उनकी हालत बिगड़ने पर सुबह लगभग 8:30 पर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया जहाँ जरूरी उपचार शुरू होने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। तब चिकित्सकीय परीक्षण के

उपरान्त डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। विदित हो कि मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी के द्वारा जनपद के विभिन्न विद्यालयों में सर्पदंश से होने वाली मौतों को कम करने के लिये लगातार सर्पदंश जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। फिर भी अज्ञानतावश ग्रामीण क्षेत्र के लोग अभी भी सर्पदंश के बाद अंधविश्वास में पड़कर झाड़ फूँक से इलाज करते चले आ रहे है अंधविश्वास में समय से अस्पताल न पहुँचने और समय से एंटीवेनम न लगने से रोगी की मौत हो जाती है। मृतका सुनीता के पति एक प्राइवेट नौकरी करते है वे अपने पीछे दो बेटीयां व एक बेटा छोड़ गई है। जिसमे एक बेटी नाबालिग है। घर की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नही है। इस घटना के बाद सर्पमित्र डॉ आशीष ने सभी जनपद वासियों से अपील की है इस घटना से सबक लेकर यह भी समझ लीजिए कि यदि किसी को कभी भी कोबरा या करैत का दंश हो जाये तो कृपया झाड़ फूँक के चक्कर मे न पड़कर सीधे जिला अस्पताल के कमरा नम्बर तीन में आकर डॉक्टर की देखरेख मे एंटीवेनम या पोलिवेनम ही लगवाये ।                                                                         सर्पमित्र – डॉ आशीष त्रिपाठी

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