CWG 2022: किसान के बेटे व स्टीपलचेजर अविनाश साबले ने रचा इतिहास, 8 सेकंड में किया ये…
10,000 मीटर पैदल चाल में प्रियंका के सिल्वर मेडल के बाद स्टीपलचेजर अविनाश साबले ने 3000 मीटर रेस में सिल्वर मेडल जीत लिया है.उनका पिछला प्रदर्शन 8:12.48 सेकेंड का था। 1998 से लगातार केन्या के एथलीट स्टीपलचेज में पदक जीतते आ रहे थे।
13 सितंबर 1994 को महाराष्ट्र के बीड जिले के मांडवा गांव में जन्में अविनाश साबले ने नेशनल रिकॉर्ड तोड़कर ये मेडल अपने नाम किया है. उन्होंने सिल्वर मेडल जीतने के लिए 8:11:20 का समय निकाला. पिछले छह कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण, रजत और कांस्य तीनों पदक केन्या के खिलाड़ियों ने ही जीते थे, लेकिन 2022 में अविनाश ने यह सिलसिला तोड़कर केन्या के किले में सेंध लगा दी।
अविनाश साबले भारतीय सेना में कार्यरत ट्रैक एंड फील्ड एथलीट हैं ,जो 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में भाग लेने के लिए प्रसिद्ध हैं. अविनाश के पिता का नाम मुकुंद साबले और भाई का नाम योगेश साबले है. इनके पिता एक किसान हैं. अविनाश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के गवर्नमेंट स्कूल से प्राप्त की और पुणे से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया.
कॉमनवेल्थ गेम्स के नौवें दिन भारत का ये दूसरा मेडल है. अविनाश साबले गोल्ड मेडल जीतने वाले अब्राहम किबिवॉट से सिर्फ 0.5 सेकेंड पीछे रहे. अब्राहम ने 8.11.15 मिनट में अपनी रेस पूरी की.18 साल की उम्र में अविनाश सेना का हिस्सा बने और उन्हें सियाचिन ग्लेशियर में तैनात कर दिया गया।