इटावा,अच्छी कार्यशैली के लिए टीमवर्क जरूरी-डॉ०बीडी भिरोरिया*

आईएमए हॉल में आयोजित हुआ मुख्य चिकित्सा अधिकारी का विदाई समारोह

*अच्छी कार्यशैली के लिए टीमवर्क जरूरी-डॉ०बीडी भिरोरिया*

● आईएमए हॉल में आयोजित हुआ मुख्य चिकित्सा अधिकारी का विदाई समारोह,

● जनपद में कोविड प्रबंधन व स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने में निभाई प्रमुख भूमिका,

इटावा। इटावा जनपद की गत एक वर्ष से स्वास्थ्य सेवाओं की कमान संभालने वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ०बीडी भिरौरिया ने अपनी कार्यशैली और जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में समय-समय पर प्रमुख भूमिका निभाई | आईएमए हॉल में आयोजित विदाई समारोह कार्यक्रम में जनपद के सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा रविवार 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बी डी भिरौरिया को दी गई विदाई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० भिरौरिया ने कहा कि जब कोविड पूरी तरह से पैर पसार चुका था,उसी दौरान तीन मई 2021 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रूप में इटावा का कार्यभार संभाला,यह मेरे लिए चुनौतीपूर्ण था। डॉ० भिरौरिया ने बताया कि जिस दिन उन्होंने चार्ज लिया उसी दिन वह कोविड-19 वार्ड में पहुंचे और की हर जरूरी व्यवस्था को दुरुस्त कराया, तत्काल प्रभाव से कुछ निर्णय लिए और निरंतर कोविड-19 वार्ड में सुबह – शाम स्वयं जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया धीरे-धीरे व्यवस्था सुचारू होने लगी।
उन्होंने कहा कि उस समय जिनके परिजन नहीं रहे वह व्यथित होकर कभी-कभी असहज हो जाते थे और कुछ लोग काम करने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों से अभद्रता कर बैठते थे तब मैंने अपने स्वास्थ्य टीम को समझाया और कहा आप काम करिए आप की सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरी है।

*स्वास्थ्य विभाग के लोगों को दिया संदेश*

सीएमओ ने विदाई समारोह में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष संदेश देते हुए कहा कि स्थिति कितनी भी चुनौतीपूर्ण हो लेकिन सुनियोजित व अच्छी कार्यशैली और टीम वर्क जरूरी है,जिससे हम अपना प्रदर्शन बेहतर कर सकते हैं। सभी यदि अपने-अपने अधिकारियों के निर्देशानुसार उचित समन्वय स्थापित करते हुएअपने उत्तरदायित्व का पालन करें तो समस्या कभी बड़ी नहीं बनती।
उन्होंने अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा-मैं स्वयं एक मध्यमवर्गीय परिवार से हूं। जब मैं दसवीं कक्षा में पढ़ता था तब मेरे पिताजी का देहांत हो गया था। जिसके बाद बड़े भाई व दादा जी के निर्देशन में मैं पढ़ाई के साथ काम भी करता था। अपनी निष्ठा और लगन से डॉक्टर बना इसीलिए कहूंगा जीवन में चुनौतियां तो आती रहेगी | अपने अब तक के सेवाकाल के अनुभव से कहूंगा एक डॉक्टर को धैर्य व मधुरता के साथ रोगियों का मनोबल हमेशा बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा -एक डॉक्टर होने के कारण हम सबको 24 घंटे किसी भी परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहना जरूरी है। उन्होंने इस अवसर पर जनपद के सभी डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग के लिए सभी को धन्यवाद कहा और भविष्य में सभी के लिए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना दी।

इस अवसर पर अपने अनुभव साझा करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ०बीएल संजय ने कहा कि कोरोना काल में व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए सीएमओ ने जिस प्रकार काम किया वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने बताया जनपद में पिछले वर्ष बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों और जसवंत नगर के डेंगू ग्रस्त क्षेत्रों में जिस तरह से उन्होंने खुद कमान संभाली और देर रात तक स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए गांव-गांव भ्रमण किया और व्यक्तिगत रूप से गांव वालों की समस्याओं को सुना और उन समस्याओं का निवारण किया यह उनकी उत्कृष्ट कार्यशैली को परिभाषित करता है। मैं निरंतर उनके साथ एक वर्ष से कार्य कर रहा हूं मैं कह सकता हूं उनके कार्यकाल में जनपद स्वास्थ्य सेवाएं पहले से और बेहतर हुई हैं।
आईएमए हॉल में आयोजित कार्यक्रम में डॉ० बी एल संजय,डॉ० महेश चंद्र,डॉ०शिवचरण, डीसीपीएम प्रभात,वरिष्ठ लिपिक रिजवान, शिवराज,कुश,गजेन्द्र व उर्वशी,राजकुमारी,अंशु अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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