आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान की मदद को आगे नहीं आया कोई मित्र, सऊदी अरब, यूएई और चीन ने झाड़ा पल्ला
अभी श्रीलंका के आर्थिक हालात सुधरे भी नहीं थे कि पाकिस्तान में आर्थिक संकट गहराने लगा है।सऊदी अरब, संंयुक्त अरब अमीरात और चीन से उसने आर्थिक मदद मांगी थी, लेकिन फिलहाल तीनों देशों ने उसे टरका दिया है।
पाकिस्तान में बिगड़ते हालातों के बीच सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। पिछले कई महीनों से खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को संभालने में जुटा पाकिस्तान संभलता नहीं दिख रहा है।
पाकिस्तान के मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने कहा, ‘हम सऊदी अरब, यूएई गए और कई दूसरे देशों से बात की. वे पैसे देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन सभी का कहना है कि हमें पहले आईएमएफ में जाने की जरूरत है.’
पाकिस्तान भी आर्थिक संकट से जूझ रहा है.पाकिस्तान में एक लीटर दूध की कीमत 144 पाकिस्तानी रुपये हो गई है.पैकेट ब्रेड 94 रुपये में मिल रहा है. एक किलोग्राम चावल खरीदने के लिए लोगों को 180 से 200 रुपये तक देने पड़ रहे हैं. एक अंडा 16 रुपये और एक किलोग्राम पनीर 904 रुपये का मिल रहा है.
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घटता जा रहा है। विदेशी कर्ज के बोझ से दबी अर्थव्यवस्था व भारी महंगाई के कारण उसका पहले से बुरा हाल है। कर्ज देने में चीन, यूएई व सऊदी अरब की आनाकानी की बात खुद पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने की है।