साम्हो के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का बुरा हाल, ● प्रधानाध्यापक सहित दो अध्यापक रहते हैं नदारत,

एक शिक्षक पर 86 छात्रों की जिम्मेदारी,दो की मौज*

*एक शिक्षक पर 86 छात्रों की जिम्मेदारी,दो की मौज*

● साम्हो के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का बुरा हाल,

● प्रधानाध्यापक सहित दो अध्यापक रहते हैं नदारत,

● दो शिक्षक छात्रों की शिक्षा को लगाया रहे पलीता,

भरथना,इटावा। भरथना विकास खण्ड क्षेत्र के एनपीआरसी साम्हो अन्तर्गत ज्यादा तर सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की शिक्षा राम भरोसे है,किसी विद्यालय में शिक्षक लेट लतीफ पहुँच रहे हैं तो किसी विद्यालय के शिक्षक अपने स्कूल पहुँच कर स्मार्ट फोन में पूरा दिन लगे रहते हैं तो कुछ विद्यालय के शिक्षक फर्जी तरीके से विद्यालय पहुँचते ही नही हैं बल्कि कुछ शिक्षक तो इतने दबंग हैं कि वे अपने विद्यालय में माह में एक दो बार पहुँचते हैं और उपस्थिति रजिस्टर पर दबंगई के बल पर पूरे माह के हस्ताक्षर ठोंक कर फुर्र हो जाते हैं। जिसकी ओर शिक्षा विभाग के कोई आलाधिकारी भी ध्यान नही दे रहे हैं। यूं कहिये कि भले ही शिक्षा का स्तर सुधार ने के प्रदेश सरकार कितने भी उपाय करले पर हम नहीं सुधरेंगे की नीति पर पूरा का पूरा शिक्षा विभाग लगा हुआ है। जबकि कुछ शिक्षक भले और अच्छे भी हैं लेकिन गेंहू के साथ घुन पीसने बाली कहावत में अच्छे शिक्षक भी कुछ नही कर पा रहे हैं।
मामला साम्हो एनपीआरसी का ही है यहाँ संचालित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कुल 86 छात्र छात्राओं के बीच विभाग ने तीन शिक्षकों की नियुक्तियां की हैं विद्यालय की कक्षा 6 में 13 छात्र,कक्षा 7 में 38 छात्र और कक्षा 8 में 35 छात्र सहित विद्यालय में कुल 86 छात्र-छात्राएं है शिक्षणरत हैं। जबकि तीन शिक्षकों में दो शिक्षक ज्यादा तर विद्यालय से लगातार नदारत ही रहते हैं जिसके कारण इकलौते शिक्षक को एक साथ कक्षा 6,7,8 के सभी छात्र छात्राओं को शिक्षण कार्य करना पड़ता है।
इस सम्बन्ध में जब हमारे प्रतिनिधि ने कुछ छात्रों से बात की तो एक कक्षा 6 के छात्र अथर्म कुमार ने बताया कि उसने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को देखा ही नही है वे कभी विद्यालय में नही मिकते उन्हें व अन्य सभी छात्रों को शुरू से अकेले रजनीश सर ही पढ़ाते हैं।
इस सम्बन्ध में मौजूद छात्रों को शिक्षण कार्य करा रहे शिक्षक रजनीश त्रिपाठी से कुछ बात करने का प्रयास किया तो वे सब कुछ टाल गये और कुछ कहने बोलने से मना कर दिया।


क्षेत्र के ग्राम प्रधान बिजेंद्र सिंह ने बताया कि इस विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक इतना दबंग है कि लगातार विद्यालय नहीं आने के बाद जब कभी आता है तो दबंगई के बल पर रजिस्टर में जबरन हस्ताक्षर ठोंक कर फुर्र हो जाता है इसके सम्बंध में उनके व मौजूद शिक्षक रजनीश त्रिपाठी द्वारा अनगिनत शिकायतें शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की जा चुकीं हैं लेकिन सब के सब सरकार की आंखों में घुल झौकने में छुटे पड़े हैं।

रजत तिमोरी की रिपोर्ट

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