जसवंतनगर। प्रशिक्षित एंबुलेंस कर्मियों ने असहनीय दर्द से कराह रही प्रसूता का एंबुलेंस में ही सुरक्षित कराया प्रसव

जसवंतनगर। प्रशिक्षित एंबुलेंस कर्मियों ने असहनीय दर्द से कराह रही प्रसूता का एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव करा दिया। प्रसूता ने एक नन्हीं बालिका को जन्म दिया तो एंबुलेंस में ही किलकारी गूंज उठी और परिजन खुशी से फूले न समाए।
शुक्रवार को प्रातः 8 बजे करीब क्षेत्र के आलमपुर नरिया गांव की रहने वाली राकेश कुमार की 34 वर्षीया पत्नी सुमन देवी को प्रसव पीड़ा थी। दर्द बढ़ता देख परिजनों ने 102 एंबुलेंस को फोन किया तो ड्राइवर सुदीप कुमार व ईएमटी हृदेश कुमार एंबुलेंस संख्या यूपी 32 ईजी 0617 लेकर प्रसूता के गांव पहुंचे। सूचना मिलते ही आशा कार्यकत्री संतोषी देवी भी प्रसूता के घर पहुंच गई थी। प्रसव पीड़ा बढ़ती जा रही थी परिजनों ने एंबुलेंस में प्रसूता को पहुंचाया और एंबुलेंस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसवंतनगर के लिए रवाना हुई। पल-पल प्रसूता को प्रसव पीड़ा बढ़ती ही जा रही थी। जसवंतनगर में सीएचसी की ओर चलते ही हाईवे पर प्रसव पीड़ा असहनीय होने लगी तो एंबुलेंस को हाईवे किनारे ही खड़ा कर दिया गया। ईएमटी हृदेश कुमार की कार्यकुशलता के चलते कुछ देर में ही प्रसूता को सुरक्षित प्रसव करा दिया गया इस दौरान एक नन्ही बालिका ने जन्म लिया और किलकारी गूंज उठी। यह देख परिजनों की खुशी का ठिकाना ना रहा उन्होंने एंबुलेंस कर्मियों को धन्यवाद दिया और मिठाईयां बांटीं। बाद में जच्चा बच्चा दोनों को सीएचसी में भर्ती करा दिया गया जहां दोनों ठीक बताए गए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों भर्ती हैं और पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एंबुलेंस कर्मियों को आपातकालीन स्थिति में प्रसव कराने का प्रशिक्षण दिया गया है।

Related Articles

Back to top button