अफगानिस्तान में 24 घंटे में बदल गई सत्ता, राष्ट्रपति भवन पर आखिरकार तालिबान ने किया कब्जा
अफगानिस्तान तेजी से पांव पसार रहा था। लेकिन किसी ने शायद ही सोचा था कि तालिबान इतनी जल्दी काबुल और फिर राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लेगा। बीते 24 घंटों में यहां हालात तेजी से बदले।
हालात ऐसे बन गए राष्ट्रपति अशरफ गनी को देश छोड़कर भागना पड़ा। अफगानिस्तान के तालिबान के हाथों में पड़ने के बीच लोगों में डर देखा जा रहा है।यह अमेरिका के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
जो बाइडेन व उनके अधिकारियों का अनुमान था कि अमेरिकी सैनिकों के वापस आने के बाद तालिबान को काबुल पर कब्जा जमाने में एक महीने से ज्यादा समय लगेगा।
अपने अनुमान को गलत मानते हुए अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि गर्मियों के अंत तक 2500 अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से वापस आ जाएंगे। वहीं छह हजार सैनिक लोगों की मदद के लिए वहां रहेंगे।
राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने सीएनएन को बताया कि हमें नहीं लगा था कि अफगानिस्तान की सेना इतनी जल्दी हार जाएगी और अपने देश की रक्षा नहीं कर पाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार अफगानिस्तान की स्थिति पर राष्ट्रपति बाइडेन जल्द ही राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। बड़ी संख्या में वे देश छोड़कर जाने की जुगत में लगे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल देखा गया है।