औरैया के मुंशीपुर में आवास शौचालय के लिए तरस रहे ग्रामीण
ओड़िएफ घोषित नहीं मिला शौचालय। गालियां पड़ी अधूरी पानी का निकास नहीं।
ए के सिह
औरैया-सरकार के द्वारा चलाए जा रहे स्वस्थ भारत अभियान जिसमें जिले के समस्त गांव को ओडीएफ करने के बाद भी ग्रामीण शौचालय को तरस रहे हैं प्रधानों के द्वारा स्वच्छता मिशन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
विकासखंड भाग्यनगर के पंचायत तर्रई के मजरा मुंशीपुर में ग्रामीण आवास के लिए तरस रहे हैं प्रधान से कई बार कहने के बाद आवास नहीं दिया गया । पास काम है नहीं शौचालय दिये गए। सड़कें भी अधूरी पड़ी है। पानी निकलने के लिए कोई निकाश नहीं है। बरसात के मौसम में आवास में ग्रामीण पन्नी डालकर रहने को मजबूर है। ग्रामीण ज्योति, ममता, सुमिता ,गौरीशंकर, श्याम किशोर ,निरंजन बाबा ,लोगों ने बताया कि 2 साल से पूछती छप्पर में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं ।आवास के लिए प्रधान से कहा ₹20000 मांग करते हैं। आवास दिए गए ना शौचालय खुले में शौच करने के लिए लोग बाहर जाने को मजबूर है कहीं शौचालय में ताला पड़ा तो कहीं जर्जर अवस्था में खड़े नजर आ रहे हैं। वहीं ग्रामीण प्रेम नारायण ,महिपाल सिंह, उत्तम सिंह ,यशपाल सिंह ,अनिल कुमार ,दयावती ,मोहन, सोमवती आदि लोगों ने आवास शौचालय सड़क बनवाई जाने की जिलाधिकारी से मांग की है। जिससे कि समस्याओं से निजात मिल सकें। अगर समस्याओं से निजात नहीं मिली तो अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।