इटावा मे 40 फुट गहरे कुँए से सांड ओर कोबरा सर्प को सुरक्षित बाहर निकाला
इटावा। सोमवार को प्रातः 9:00 बजे एक सांड वैदपुरा मदर डेयरी के सामने एक 40 फुट गहरे कुएं में गिर गया कुएं में पहले से एक करैत सांप और एक कोबरा सांप मौजूद था बड़ी बात यह थी कि सांड गिरने के बाद भी सही सलामत था वैदपुरा के लोगों को जब पता लगा तो उन्होंने गौ रक्षक मयंक विधौलिया को सूचना दी। मयंक विधौलिया तत्काल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए, और जाकर देखा तो कुँए में एक बहुत बड़ा कोबरा सांप नंदी बाबा के ऊपर बैठा था आनन-फानन में सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को फोन किया गया तभी वह भी तुरंत ही मौके पर पहुंच गए। उस 40 फुट गहरे कुएं में नंदी के ठीक सामने कोबरा और करेत जैसे जहरीले सांप थे परंतु दोंनो ही सर्प उसके ऊपर बिल्कुल भी हमला नहीं कर रहे थे बल्कि कई बार तो नंदी ने कोबरा सांप को अपने पैर से ही दबा दिया होता फिर भी एक भी सांप ने उनके ऊपर हमला नहीं कर रहा था, ये बहुत ही आश्चर्य वाली बात थी । कुँए में दो भयंकर जहरीले सांपो के अलावा ऑक्सीजन की भी कमी थी ,उसमें उतरना बिल्कुल भी खतरे से खाली नहीं था फिर भी अपनी जान की परवाह न किये बिना सर्प मित्र डॉ आशीष त्रिपाठी रस्सियों के सहारे कुएं में अंदर उतर गएऔर बड़ी मुश्किल से कोबरा सांप को बाहर निकाल कर ले आये।।कुँए से बाहर आते समय दीवार की रगड़ और रस्सियों के कसाव की बजह से डॉ आशीष त्रिपाठी घायल भी हो गए । तत्पश्चात गौ रक्षकों की ओर से पुनीत को कुएं में उतारा और उसकी बहादुरी से उस विशालकाय नंदी को रस्सों से बांधा गया और बड़ी मशक्कत से ट्रैक्टरों के द्वारा बाहर निकाला गया।पूरा ऑपरेशन लगभग 6 घंटे तक चला, कल सावन का सोमवार भी था और जिस कुएं में नंदी गिरा था उसके ऊपर बरगद और बेल पत्र का वृक्ष लगा था तो सभी लोग इसको भोलेनाथ का चमत्कार ही मान रहे थे क्योंकि एक ही कुँए में कोबरा और करैत जैसे जहरीले सांप होने पर भी सांड बिल्कुल सुरक्षित था।
नंदी और सांप को कुएं से निकालने में सर्प मित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ,गौ सेवक मयंक विधौलिया, अखिलेश तिवारी, पुनीत कुमार,अजय यादव ,पवन वैदपुरा, शिवम श्रीवास्तव राघव त्रिपाठी, व अन्य गौ सेवकों ने अपनी अहम भूमिका निभाई।