मेरठ में आज नहीं होगी ओवेसी की चुनावी सभा नौचंदी मैदान में होनी थी सभा, नहीं मिली अनुमति, देर रात तक चला बखेड़ा, पुलिस ने उखाड़ा टेंट
मेरठ में आज नहीं होगी ओवेसी की चुनावी सभा
नौचंदी मैदान में होनी थी सभा, नहीं मिली अनुमति, देर रात तक चला बखेड़ा, पुलिस ने उखाड़ा टेंट
मेरठ में आज होने वाली AIMIM चीफ असद्दुदीन ओवेसी की चुनावी सभा कैंसिल हो गई है। देर रात तक पार्टी जिलाध्यक्ष और हैदराबाद के पूर्व मेयर ओवेसी की सभा के लिए नौचंदी थाने में चक्कर काटते रहे। पुलिस, प्रशासन ने अनुमति नहीं दी और देर रात सभा कैंसिल कर दी।
शहर के प्रमुख नौचंदी मैदान में ओवेसी जनसभा करने वाले थे। आवेदन के बाद भी सभा की अनुमति न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने इसे प्रशासन की साजिश बताया है। अब ओवेसी आएंगे और लोगों से मिलेंगे।
7 दिन से अनुमति के लिए भटक रहे थे कार्यकर्ता
पार्टी के जिलाध्यक्ष नौशाद ने बताया कि पिछले 7 से 10 दिनों से पार्टी कार्यकर्ता जनसभा की अनुमति के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे थे। जिलाध्यक्ष ने कहा हमने परमिशन के लिए लेटर भी दिया था। पहले नगर निगम के पास नौचंदी मैदान में सभा की अनुमति लेने गए तो वहां से जिला पंचायत भेज दिया। जिला पंचायत गए तो उन्होने नौचंदी थाने जाने को कह दिया। हमें बेवजह घुमाया गया और अंत तक भी अनुमति नहीं दी गई। परमिशन के लिए 10हजार रुपए की राशि भी जमा कर दी, लेटर भी दे दिया फिर भी अनुमति नहीं दी गई। प्रशासन, पुलिस पता नहीं किसके दवाब में है जो फार्मेलिटी पूरी करने पर भी सभा की अनुमति नहीं दी गई है।
देर रात थाने में धरने पर बैठे जिलाध्यक्ष
सभा की अनुमति लेने के लिए पार्टी जिलाध्यक्ष और हैदराबाद के पूर्व मेयर मजीद हुसैन कार्यकर्ताओं के साथ नौचंदी थाने में थाने पर बैठे रहे। पुलिस ने एनओसी न होने के कारण आयोजन कैंसिल करा दिया। मैदान में जनसभा के लिए लगा टेंट भी उखाड़ दिया। लगभग 7 दिन पहले ही ओवेसी का 13 नवंबर को मेरठ आना तय हो गया था। वेस्ट यूपी के 3 जिलों में ओवेसी को सभाएं करनी थी। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम इलाकों में होर्डिंग, बैनर भी लगा दिए थे। सभा की तैयारियां कराने हैदाराबाद से आए पूर्व मेयर मजीद का कहना है कि दूसरे राजनीतिक दलों के दवाब में हमारे अध्यक्ष को सभा करने से रोका जा रहा है।
2017 में भी यहीं हुई थी सभा
पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुलिस को बताया 2017 में भी ओवेसी साहब की जनसभा यहीं नौचंदी मैदान में हुई थी। इस बार अनुमति क्यों नहीं दी जा रही।