बिहार: जातिगत जनगणना के लिए मांग करना CM नीतीश कुमार को पड़ा भारी, आरजेडी ने उठाए ये सवाल

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार लाने के लिए 350 एंबुलेंस का वितरण किया और 50 सीएनजी बसों के परिचालन का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोगों को अस्पताल ले जाने में दिक्कत ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस दिये गए। जल्द ही 850 एंबुलेंस और लाभुकों को दिये जाएंगे।

बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी इस मुद्दे को कई बार उठा चुकी है। सीएम नीतीश कुमार का ट्वीट आने के बाद बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि जातीय जनगणना पर केंद्र सरकार अगर पुनर्विचार नहीं करेगी तो आप क्या करेंगे? साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार को यह भी याद दिलाया कि केंद्र सरकार में आपकी भी हिस्सेदारी है।

नीतीश कुमार के ट्वीट के जवाब में तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, “मुख्यमंत्री जी, केंद्र सरकार अगर जातीय जनगणना पर पुनर्विचार नहीं करेगी तो आप क्या करेंगे? हमारी मांग पर बिहार विाानसभा में सर्वसम्मति से जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पारित किया गया था। केंद्र सरकार में आपकी हिस्सेदारी है। आपके कैबिनेट मंत्री हैं, फिर भी अनुनय विनय कर रहे हैं?”

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर जातीय जनगणना की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह हर हाल में होना ही चाहिए।

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