सागर कृषि उत्पादन आयुक्त ने किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए

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कृषि के साथ-साथ पशुपालन, उद्यानिकी, मछलीपालन गतिविधियों को प्रोत्साहित करें : कृषि उत्पादन आयुक्त
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कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शेलेन्द्र सिंह ने भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सागर और जबलपुर संभाग की खरीफ-2021 की समीक्षा की और रबी-2021-22 की तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शेलेन्द्र सिंह ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान सागर संभाग के जिलों में उर्वरक की उपलब्धता, वितरण की जानकारी ली। उन्होंने किसानों को उर्वरकों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोसायटी के माध्यम से किसानों को समय पर उर्वरक प्राप्त हो। किसानों को एनपीके और सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरकों के फायदे बताए जाएं।
उन्होंने कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी, पशुपालन, मछलीपालन और सहकारिता गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को एनपीके और सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरकों के फायदे बताए जाएं। उन्होंने एक जिला एक उत्पाद के तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य, उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) के तहत प्रसंस्करण ईकाईयों की प्रगति की जानकारी ली।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि तिवड़ा रहित चना बीज की बुवाई को प्रोत्साहित किया जाए जिससे उपार्जन के समय इसका लाभ किसानों को मिले । कलेक्ट्रेट सागर के एनआईसी कक्ष में आयोजित वीसी में कमिश्नर श्री मुकेश शुक्ला, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मछलीपालन और सहकारिता विभाग से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक खसरे पर एक से अधिक बीमा न हो। उन्होंने कहा कि किसान नरवाई न जलाएं। नरवाई जलाने वालों पर पैनाल्टी लगाई जाए। कमिश्नर श्री मुकेश शुक्ला ने सागर संभाग में कृषि से संबंधित गतिविधियों के बारे में अवगत कराया।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा पशुपालन के विषय में डेयरी से जुड़े पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए जाए। उन्होंने राष्ट्रीय पषुधन विकास योजना के तहत बड़े स्तर पर बकरीपालन, मुर्गीपालन, सूअरपालन और चारा विकास की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पषुपालन से जुड़े किसानों को एचएफ जर्सी, गिर, साहीवाल गाय के सारटेड सीमन उत्पादन योजना का लाभ दिलाएं। इसमें एआई के जरिये मादा पशु वत्स के 90 प्रतिशत जन्म की संभावना होती है। उन्होंने पशुओं की टैगिंग और बीमा करवाने के निर्देश दिए तथा पशु बीमा योजना में दमोह जिले की सराहना की।
बैठक में उद्यानिकी फसलों के अंतर्गत फल, सब्जी, मसाला, पुष्प, औषधि के पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने एकीकृत बागवानी विकास राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, पीएम कृषि सिंचाई योजना के क्रियान्वयन की जिलेवार समीक्षा की। बैठक में मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ दिलाने और प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत अधिक से अधिक अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला कृषकों को लाभांवित करने के निर्देश दिए।

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