जिले की सबसे बड़ी गौशाला में भूसे का संकट
वेतन ना मिलने से कर्मचारी आक्रोशित छोड़ने की दी चेतावनी
इटावा
विकास खंड बसरेहर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत परौली रामायन के गांव नगला हरी में बनी जिले की सबसे बड़ी गौशाला मैं इस समय गोवंश के लिए भूसे का संकट मडरा रहा है गोवंश को समय से भूसा ना मिल पाने के कारण करीब 8 गोवंश बीमार पड़े हैं। वहीं गौशाला में बनाया गया भूसा गोदाम खाली पड़ा हुआ है। जिस तरीके से 2 वर्ष पूर्व तत्कालीन जिले की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के द्वारा 118 बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराकर जिले की सबसे बड़ी गौशाला बनाई गई थी आज उस पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं भूसे का अभाव होने के कारण 8 गोवंश बीमार पड़े हैं अभी गौशाला में करीब 1000 गोवंश के आसपास हैं जो भी गौशाला में गोवंश मौजूद है उन्हें हरा चारा तो दूर भूसा भी ठीक से समय से नहीं मिल पा रहा है जिससे समस्या पैदा हो रही है वही गौशाला में तैनात कर्मचारी मनोज कुमार राजेंद्र सिंह अशोक कुमार विपिन दीवान सिंह ललित शिवम ने बताया 5 माह से उन्हें वेतन नहीं मिला है अब वह गौशाला छोड़ने की बात कह रहे हैं उन्होंने बताया अगर वेतन नहीं मिला तो वह गौशाला में कामकाज करना व गोवंश की देखरेख करना छोड़ देंगे। वहीं गौशाला में बारिश के हो जाने से दलदल हो गया है गौशाला में बनाया गया भूसा गोदाम खाली पड़ा है।
इस संबंध में भाजपा नेता मनीष यादव पतरे ने बताया गौशाला की देखरेख संकट मोचन बालाजी प्रबंध समिति के द्वारा की जा रही थी 31 जनवरी को समिति ने छोड़ दिया है लेकिन फिर भी गौशाला की देखरेख कर रहे थे पैसा ना मिल पाने के कारण परेशान हैं वही कर्मचारी भी काम छोड़ने की बात कर रहे हैं। सचिव दुर्विजय सिंह ने बताया भूसा का इंतजाम किया जा रहा है जल्द से जल्द घुसा गोवंश के लिए गौशाला भिजवा दिया जाएगा