फोटो :- जैन प्रशिक्षण शिविर में नाटक प्रस्तुत किए जाते हुए उनके दृश्य
जसवंतनगर(इटावा)। नगर के पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे संस्कार शिक्षण शिविर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। शिक्षाप्रद कार्यक्रमों से धर्म के साथ-साथ बच्चों को सदाचार व जीवन उपयोगी बातों को भी सीखने का अवसर मिल रहा हैं।
बीती रात शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में “व्यसनों का राजा” मंच पर प्रदर्शित किया गया जिसमें गुटका, पान, तंबाकू, सिगरेट, ड्रग्स, शराब इत्यादि कैसे अपने जीवन को प्रतिदिन खराब कर रहे हैं इसके बारे में नाटकीय ढंग से बताया गया।
इस कार्यक्रम की संयोजिका टिया जैन ने बताया वास्तव में इस तरह के नाटकीय मंचन से कुछ सीखने को मिलता है एवं समाज में मौजूद भ्रांतियो को मिटाने में मदद मिलती है।
एक अन्य शिक्षाप्रद नाटक “लाडो” का भी मंचन किया गया। जिसमें बताया गया किस तरह आजकल मां के उपकार को बच्चे बड़े होने तक धीरे-धीरे भूलने लग जाते हैं। बचपन में मां के लाड़, प्यारे उनके दुलार की बलि चढ़ाते हुए उनकी उम्मीद पर पानी फेर देते हैं। अपने आत्मसम्मान के नाम पर उनका तिरस्कार एवं अपमान करते हैं।
शिविर के प्रभारी निकेतन जैन और व्यवस्थापक आराध्य जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि बच्चे प्रतिदिन सभी कक्षाओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे। भीषण गर्मी मैं बच्चों की सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। शिविर में प्रतिदिन शिविरार्थीयो की संख्या बढ़ती ही जा रही है।