
फोटो:- चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी के चेयरमैन अनुज मोंटी यादव तथा डायरेक्टर संदीप पांडे वार्ता करते तथा कॉलेज बिल्डिंग
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जसवंतनगर (इटावा)। डिग्री कॉलेजों में प्रवेश लेने से पहले छात्र छात्राएं अब यह अवश्य जांच ले कि वह जिस कालेज में प्रवेश लेने जा रहे ,उस कालेज को ‘नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल’ (एनएएसी) द्वारा ग्रेडिंग मिली हुई है या नहीं?, यदि नहीं तो बिना ग्रेडिंग वाले कालेज में प्रवेश लेने पर अब उन्हें छात्रवृत्ति और ट्यूशन फीस क्षतिपूर्ति जैसी सुविधाओं के बिना उस कालेज में पढ़ाई करने पड़ेगी। यह उनके लिए बहुत ही खराब होगा
इटावा जिले में संचालित अनेक डिग्री कॉलेजों केवल दो कालेज ही वर्तमान में यह ग्रेडिंग हासिल कर सके है, उनमें जसवंतनगर में केवल चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी ही है।
शासन के नए आदेशानुसार छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ पाने के लिए छात्र-छात्राओं का दाखिला नेक ग्रेडिंग वाले कॉलेज में ही लेना अनिवार्य कर दिया गया है।अगर नेक ग्रेडिंग रहित किसी कॉलेज में एडमिशन लिया गया तो सरकारी छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ किसी विद्यार्थी को नहीं मिलेगा। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा देने के लिए वचनबद्ध यहां की चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा मूल्यांकन करते हुए शैक्षिक गुणवत्ता व अन्य उच्च स्तरीय मानकों को पूर्ण करने की दम पर नेक ग्रेडिंग की मान्यता प्रदान की है
नैक ग्रेडिंग लागू करने का यह फैसला सरकार ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और पारदर्शिता बनाए रखने के उद्देश्य से लिया है।
इस नए नियम का सीधा लाभ जिले के केवल दो कॉलेजों को ही मिला है,इनमें जसवंतनगर का “चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी प्रमुख है, जबकि बकेबर स्थित जनता कॉलेज भी शामिल है।
इसका सीधा-सीधा मतलब है की इन दो कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राएं ही 2025-26 सत्र में छात्रवृत्ति आदि की सुविधा हासिल कर सकेंगे।
चौधरी सुघर सिंह ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन के चेयरमैन अनुज मोंटी यादव तथा डायरेक्टर संदीप पांडे ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में बताया है कि चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी ने लगातार शैक्षणिक गुणवत्ता, आधारभूत संरचना, फैकल्टी योग्यता और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देते हुए ‘नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (एनएएसी) की नैक ग्रेडिंग प्राप्त की है। यह उपलब्धि न केवल संस्था के लिए बेहद गौरवपूर्ण है, बल्कि छात्रों के लिए भी यह अनेक सरकारी लाभों का मार्ग प्रशस्त करेगी।
छात्रवृत्ति और फीस क्षतिपूर्ति जैसी सुविधाओं व योजनाओं से छात्रों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी और वह अपनी पढ़ाई बिना किसी बाधा के हमारे संस्थान में उच्च शैक्षिक सुविधाओं के साथ जारी रख सकेंगे।
शिक्षाक्षेत्र में कार्यरत अन्य डिग्री कॉलेजों को यह ग्रेडिंग नहीं मिल पाई है, जिससे उनके छात्र उपरोक्त योजनाओं से अब इस नए सत्र से वंचित रह जाएंगे। समाज कल्याण विभाग ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि केवल ग्रेडिंग प्राप्त संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को ही छात्रवृत्ति और फीस क्षतिपूर्ति का लाभ मिलेगा।
चौधरी सुघर सिंह ग्रुप ऑफ़ एजूकेशन के चेयरमैन अनुज मोंटी यादव ने बताया कि नैक की ग्रेडिंग मिलने की यह सफलता हमारे संस्थान के छात्रों, शिक्षकों और प्रबंधन के उच्चस्तरीय शैक्षिक संवर्धन और समर्पण का परिणाम है।
हमारी संस्था चौधरी सुघर सिंह ग्रुप ऑफ़ एजूकेशन ने शुरू से और समय पर सरकार की ग्रेडिंग मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी की गई और हर दिशा में गुणवत्ता को प्राथमिकता दी, जिसके चलते यह सम्मान प्राप्त हुआ है।
इस निर्णय के बाद, अब नए शैक्षणिक सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए भी चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी एक मजबूत विकल्प बन गया है। उन्हें न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ भी बिना किसी औपचारिकता के मिलेगा, जिससे उनका भविष्य आर्थिक रूप से सुरक्षित हो सकेगा वह आगे भी शिक्षा के नए नए सोपान भी हासिल कर सकेंगे।
कॉलेज प्रशासन ने बताया कि नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है । इच्छुक छात्र-छात्राएं समय रहते आवेदन कर सकते हैं, ताकि वह ‘एनएएसी’ ग्रेडिंग की सुविधा के अंतर्गत “छात्रवृत्ति तथा फीस क्षतिपूर्ति” दोनों का पूरा लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
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∆वेद व्रत गुप्ता