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जसवंतनगर (इटावा)। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिवस ‘नवमी’ को भगवान राम का जन्म हुआ था ।इस वजह से चैत्र सुदी नवमी को रामनवमी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है।
रविवार को रामनवमी के अवसर पर नगर के रेल मंडी स्थित श्री राम सीता लक्ष्मण मंदिर में भगवान राम का जन्म पूरे उत्साह और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ भक्तों ने आयोजित कराया।
यह मंदिर जसवंत नगर कस्बा का इकलौता राम मंदिर है, जो अब से 50 वर्ष पूर्व नगर के धनी मानी सेठ लाला रूप किशोर पुरवार ने स्थापित कराया था।
सन 1975 में जब इस मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था। उस दौरान देश में इमरजेंसी लग गई थी । मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रसिद्ध सोशलिस्ट नेता कमांडर अर्जुन सिंह भदोरिया और सत्यदेव त्रिपाठी पधारे हुए थे ।पुलिस ने इन्हें इसी मंदिर के निर्माणाधीन स्थल से गिरफ्तार करके इमरजेंसी में जेल भेज दिया था।
मंदिर का निर्माण इमरजेंसी के बाद हुआ और यह मंदिर नगर का इकलौता राम सीता मंदिर बना। यह मंदिर अभी तक स्वर्गीय लाला रूप किशोर के पारिवारिक संभाल रहे हैं और मंदिर में वर्ष भर धार्मिक आयोजन होते हैं।
हर वर्ष की तरह रामनवमी पर्व पर मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ो श्रद्धालु शामिल हुए और रूप किशोर के सुपुत्र शुभेंद्र पुरवार द्वारा आयोजित रामनवमी कार्यक्रम की शुरुआत सुंदरकांड के पाठ से प्रातः 10 बजे शुरू हुई। जैसे ही मध्यान्ह के 12 बजे घंटे घड़ियालों के साथ भगवान राम के पट खोले गए और भगवान राम का प्रतीक जन्म कराया गया।
राम चरित्र मानस की पंक्तियां ‘भए प्रगट कृपाला दीन दयाला, कौशल्या हितकारी हर्षित महतारी…. ” भजन गूंजने लगा और भगवान का जन्मदिन देख श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए। जमकर भगवान राम की जय जयकार गूंजी।भक्तगण भगवान राम की आरती उतारी और पुष्प वर्षा करने में जुट गए। बाद में प्रसाद का वितरण किया गया। सुंदरकांड का पाठ मास्टर संतोष शर्मा ने किया।
इस अवसर पर पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। डॉक्टर पुष्पेंद्र पुरवार, डॉक्टर अंजना पुरवार, लाल कुमार पुरवार, प्रमेश गुप्ता, रानू गुप्ता, पंकज गुप्ता, वेदव्रत गुप्ता समेत गई जानी-मानी हस्तियां इस मौके पर मौजूद थी।
-वेदव्रत गुप्ता
फोटो :- राम सीता लक्ष्मण मंदिर में भगवान राम का जन्म होता हुआ , लोग पूजा अर्चना करते