फोटो :- सर्पदंश के बारे में लोगों को जागरुक करते आशीष त्रिपाठी
________
इटावा, 23 दिसंबर। सोमवार को 23 दिसंबर राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर देश प्रदेश के किसान भाइयों को बधाई देते सर्पमित्र- डॉ आशीष त्रिपाठी जो महासचिव, “ओशन” और मास्टर ट्रेनर स्नेक बाइट हैं, ने सर्पदंश को लेकर किसानों को जागरूक किया है।
उन्होंने कहा कि हम जानते है कि प्रदेश में घटित होने वाली विभिन्न आपदाओं में से सर्पदंश भी एक प्रमुख आपदा है जिससे सबसे ज्यादा किसान और मजदूर वर्ग ही प्रभावित होता है अतः इस आपदा से होने वाली मृत्युदर को न्यूनतम करने के लिए मैं पिछले कई वर्षों से प्रयासरत हूं । आने वाले भविष्य में किसी भी किसान भाई की सर्पदंश से मृत्यु न हो और प्रदेश में सर्पदंश से होने वाली मृत्युदर 16000 का दुर्भाग्यपूर्ण आंकड़ा बिलकुल ही न्यूनतम स्तर पर लाया जाए जिसके लिए बस आप सभी को लगातार जागरूक होकर मेरा साथ देते रहना है। इसके लिए कभी भी खेत पर या कहीं भी अंधेरे में जाएं बिना जूते पहने बिलकुल न जाएं और टॉर्च साथ लेकर जाएं। जमीन पर सोते समय हमेशा मच्छरदानी का प्रयोग करें।
सर्पदंश होने पर बिल्कुल भी न घबराए क्यों की सभी सर्प जहरीले नही होते है।सर्पदंश होने पर हल्का बंध लगाकर तत्काल जिला अस्पताल जाएं।अंधविश्वास में आकर झाड़ फूंक बिलकुल भी न करवाएं। सर्पदंश होने पर तत्काल सर्पदंश सहायता हेल्पलाइन नम्बर 7017204213 मिलाएं।
इस सहायता नम्बर पर आप सर्पदंश के स्थान की एक साफ फोटो भेजकर तत्काल प्रारम्भिक इलाज की पुष्टि और शुरुवात कर सकते है। जिससे आपके अमूल्य जीवन को बचाया जा सके।
आपके पालतू पशु गाय,भैंस की सर्पदंश से मृत्यु होने परनियमानुसार जांच और कार्यवाही के बाद राज्य सरकार द्वारा 37,500 रूपये का मुआवजा निर्धारित है । छोटे पालतू पशु जैसे भेड़, बकरी की सर्पदंश से मृत्यु होने पर 4000 रूपये की आर्थिक सहायता नियमानुसार राज्य सरकार द्वारा दी जाती है।
सर्पदंश होने पर प्रदेश के किसी भी जनपद में एंटीवेनम की उपलब्धता की जानकारी शीघ्र उपचार के लिए 1070 नंबर पर कॉल करके प्राप्त की जा सकती है।
सर्पदंश से मृत्यु होने पर उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता पीड़ित के परिवार को नियमानुसार कार्यवाही की पुष्टि होने के बाद 7 दिन के अंदर दी जाती है, लेकिन उसके लिए सर्पदंश होने के बाद तुरंत किसी जजदीकी सरकारी अस्पताल जाना और एडमिट होना और इलाज के दौरान दुर्भाग्य से मृत्यु होने पर पोस्टमार्टम में सर्पदंश की पुष्टि होना अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि हमे ध्यान रहे कोबरा, करैत या रसल वायपर के काटने पर सिर्फ एंटीवेनम ही आपकी अमूल्य जान बचा सकता है। अस्पताल पहुंचने के लिए 108 या किसी अन्य मदद के लिए 112 मिलाएं।
______
*वेदव्रत गुप्ता