फोटो :- चौधरी चरण सिंह जयंती कार्यक्रम में मौजूद प्रो रामगोपाल , अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव भीड़ के मध्य
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सैफई/जसवंतनगर(इटावा)।: चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज परिसर को सोमवार को दो ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी बनने का अवसर मिला। एक नेताजी मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण और चौधरी साहब के जन्मदिन का उत्सव।
पूरे गरिमामय तरीके से ये आयोजन कालेज प्रशासन ने संपन्न कराए।। यह कॉलेज, जिसकी नींव नेताजी मुलायम सिंह ने रखी थी और जिसका नामकरण चौधरी साहब के नाम पर किया गया, अब देश के दो बड़े नेताओं की विरासत से जुड़ चुका है।
इस अवसर पर कॉलेज के पूर्व प्राचार्य एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव ने जो दस वर्षों तक इस प्रतिष्ठित संस्थान का नेतृत्व कर चुके हैं, अपने संबोधन में वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक हालात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज का समय संवैधानिक मूल्यों के लिए चुनौतीपूर्ण है। सत्ता में बैठे लोग, चाहे दिल्ली में हों या उत्तर प्रदेश में, संविधान के अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता खुले तौर पर संविधान को बदलने की बात करते हैं, इससे मोदी सरकार में भारतीय संविधान पर जबरदस्त खतरा आसन्न है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अयोध्या और अलीगढ़ में भाजपा नेताओं ने चुनावी सभाओं में संविधान को बदलने की जरूरत पर जोर दिया था।
उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को समान अधिकार देने वाले संविधान को बदलने की कोशिशें चिंताजनक हैं। उन्होंने गृह मंत्री द्वारा बाबा साहब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को अपमानजनक करार दिया और इसे संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया ओर कहा कि संविधान का सबसे महत्वपूर्ण अधिकार “जीवन का अधिकार” है, लेकिन आज इसे भी लगातार कुचला जा रहा है।
फर्जी मुठभेड़ों और पुलिस कस्टडी में मौतों के मामलों ने न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।उन्होंने सभी से सतर्क रहने और संविधान की रक्षा के लिए आगे आने की अपील की।
उनके विचारों ने समारोह में उपस्थित जनसमूह को गहराई से प्रभावित किया और संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया।
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*वेदव्रत गुप्ता