सैफई/जसवंतनगर(इटावा)। चौधरी चरण सिंह और सपा संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के राजनैतिक और भारतीय इतिहास में योगदान कभी विस्मृत नहीं होगा, क्योंकि चौधरी साहब न केवल किसानों, गरीबों, और वंचितों की आवाज थे, बल्कि वह ग्रामीण समाज को सशक्त बनाने के लिए जीवन भर समर्पित रहे। नेताजी मुलायम सिंह यादव भी चौधरी चरण सिंह और डॉक्टर लोहिया के पदचिन्हों और सिद्धांतों पर चलकर देश के गरीबों किसानों और मजदूरों की लड़ाई में जीवन भर जुटे रहे थे।
यह बात सोमवार को चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज में आयोजित चौधरी चरण सिंह जयंती और नेता जी की प्रतिमा के अनावरण समारोह में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कही है।
वह बोले कि यह चौधरी चरण सिंह पी जी कॉलेज हर वर्ष चौधरी साहब की जयंती मनाता है और साहित्यकारों को बुलाकर उनके विचारों को साझा करता है। चौधरी साहब के बाद नेताजी मुलायम सिंह यादव ने किसानों की आवाज को संसद और विधानसभा में बुलंद किया। नेताजी ने हमें भी सिखाया कि किसानों और वंचितों को कभी भूलना नहीं है।
उन्होंने नेताजी की दूरदृष्टि की सराहना करते हुए कहा कि यह कॉलेज उनके सपनों का प्रतीक है। “नेताजी चाहते थे कि ग्रामीण अंचल के बच्चों को भी वही शिक्षा मिले, जो बड़े शहरों में दी जाती है।
कार्यक्रम में शिवपाल यादव ने कहा कि पार्टी किसानों और गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। चौधरी चरण सिंह और मुलायम सिंह यादव के आदर्शों पर आधारित यह समारोह ग्रामीण शिक्षा और किसानों की सशक्तिकरण की दिशा में समाजवादी पार्टी की सोच को रेखांकित करती है।
विधायक और समिति अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और आदित्य यादव के महाविद्यालय परिसर में पहुंचने पर उनका अभिनंदन कॉलेज प्रिंसिपल डॉक्टर शैलेंद्र कुमार शर्मा, कार्यकारी प्राचार्य फतेह बहादुर सिंह , प्रो डॉ अरविंद्र यादव तथा स्टाफ ने किया।
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*वेदव्रत गुप्ता