गोवर्धन पूजा के लिए अन्नकूट की सब्जियों पर रहा महंगाई का बोलबाला 

   *पहली बार 150 रुपए किलो बिकी     *बथुआ इस बार नहीं आया

________
जसवंतनगर (इटावा) ब्रज क्षेत्र का महोत्सव गोवर्धन पूजा दिवस  “अन्न कूट उत्सव” के रूप में शनिवार को  मनाया गया।
    यह अन्नकूट उत्सव भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र के प्रकोप से आहत ब्रज क्षेत्र की जनता को बचाने के लिए उठाये गए “गोवर्धन पर्वत की घटना” की स्मृति में मनाया जाता है। बताते हैं कि इंद्र भगवान ने भगवान कृष्ण की पूजा को लेकर ब्रिज वालों को सबक सिखाने के लिए दीपावली के दिन से ही भारी बरसात शुरू कर दी थी इस पर बालकृष्ण ने अपनी एक उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर  समस्त  ब्रज  वासियों को  सुरक्षित किया था। फिर इंद्र भी बाल कृष्ण के आगे नतमस्तक हो गए थे। बृजवासियों ने गोवर्धन पर्वत के नीचे तरह-तरह के व्यंजन बनाकर भगवान बालकृष्ण को अर्पित किए थे तभी से यह अन्नकूट उत्सव मनाया जाने लगा।
   गोवर्धन पूजा यानी अन्नकूट दिवस को ब्रज क्षेत्र में हर हिंदू परिवार में बड़े ही धूमधाम से मनाने की परंपरा है। दीपावली की पड़वा के दिन महिलाओं  द्वारा  गाय के गोबर से निर्मित गोधन(गोवर्धन) बैठाये जाते हैं। उनको छप्पन भोग का प्रतीक अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। पूरे देश में भी हिंदू परिवारों में अब दीपावली की पड़वा के दिन गोवर्धन पूजा होने लगी है और इस दिन अन्नकूट अवश्य बनाया जाता है।
    दीपावली के बाद बाजारों में सन्नाटे छा जाते हैं, मगर अन्नकूट के लिए सब्जी मंडियों में विभिन्न प्रकार की सब्जियों यानि  अन्नकूट की दुकान सब्जी विक्रेता सजाते हैं।               जसवंतनगर में भी शनिवार को सवेरे से ही सब्जी मंडी में  अन्नकूट की सब्जी खरीदने के लिए लोगों की भीड़ पहुंचने लगी थी। इस बार  अन्नकूट की सब्जी  भी महंगाई की चपेट  में थी। इस कारण डेढ़ सौ रुपए किलो तक बिकी।  अन्नकूट की सब्जी में 100 से ज्यादा  प्रकार  की  सब्जियां और मेवा, फल  दालें तथा आजकल चले नए-नए तरह के सब्जी के आइटम भी शामिल करके बेचे जाते हैं।
     यहां जसवंत नगर में दो-तीन दुकान अन्नकूट की सब्जी की इस बार थी। जिनमें  लगभग हर तरह की सब्जी थी, मगर  इस बार बथुआ  किसी के यहां नहीं था। सब्जी विक्रेता “लाल गुलाब” ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष वह जो सब्जियां लाए है, वह काफी महंगी मिली है, इस वजह से इस साल भाव डेढ़ सौ रुपए किलो का रखना पड़ रहा है।
      उसने बताया कि सब्जी में हम मशरूम, पनीर, छोटे मकई के भुट्टे, आदि भी लोगों को उपलब्ध कराते हैं इसके अलावा विभिन्न प्रकार की दालों को रात में ही भिंगो देते हैं, ताकि अन्नकूट की सब्जी में लोगों के घरों पर हर तरह की चीज पहुंच सके और भगवान श्री कृष्ण को लगाये जाने वाले भोग में हर सब्जी और खाने पीने का शामिल हो। लाल गुलाब ने यह भी बताया कि वह करीब 35 वर्षों से अन्नकूट की सब्जी की दुकान लगा रहा है और इसके लिए दिल्ली कानपुर आगरा बरेली आदि से सब्जियां  मंगाता है।
  फोटो:- जसवंतनगर की सब्जी मंडी में सजी अन्नकूट की सब्जी की दुकान पर लोग खरीद करते
_____

Related Articles

Back to top button