बुद्ध ‘धम्म’ वर्तमान में प्रासंगिक, करुणा,मैत्री,सद्भाव इसमें हैं, प्राथमिक 

    * परित्राण पाठ और धम्म देशना कार्यक्रम      *बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयाई शरीक 

फोटो :- लुधपुरा मोहल्ला में “परित्राण पाठ, धम्म देशना  कार्यक्रम में संबोधित करते भंते डॉक्टर उपनन्द
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जसवंतनगर(इटावा)।  यहां लुधपुरा स्थित टीचर्स कॉलोनी में सोमवार को “परित्राण पाठ, धम्म देशना  का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
    यह कार्यक्रम गौतम मेडिकल स्टोर जसवंतनगर के संचालक विश्राम सिंह शाक्य द्वारा अपनी पौत्री के  जन्मोत्सव पर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में बौद्ध धर्म अनुयायियों के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया।
  कार्यक्रम में भंते बुद्ध शरण, भंते शील मित्र, भंते सुगमानंद, भंते डॉ उपनन्द आदि ने पाली भाषा में बुद्ध मंगल मैत्री गाथा समवेत स्वर में प्रस्तुति कर श्रोताओं को आत्म विभोर कर दिया।
    भंते बुद्ध शरण द्वारा बुद्ध के पैदा होने की वजह, तथा संपूर्ण मानव कल्याण हेतु धम्म देशना में दुःख का कारण और निवारण संबंधी उपाय बताए।  साथ ही यह स्पष्ट किया कि वर्तमान परिवेश में बुद्ध के धम्म मार्ग पर चलकर संपूर्ण मानव जाति अपना कल्याण कर निर्वाण प्राप्त कर सकती है।
    मुख्य वक्ता के रूप में  भंते डॉ उपनन्द ने कहा कि हमारी मुक्ति  हेतु पूर्व जन्म के संस्कार तथा वर्तमान समय में किए कार्य की निर्वाण में महत्व पूर्व भूमिका होती है। उचित परिणाम प्राप्त हेतु बुद्ध और उसके धम्म में वर्णित शील सदाचार का पालन कर हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और निर्वाण प्राप्त कर सकते। यही मानव कल्याण का उचित मार्ग है।
          कार्यक्रम  में  उपस्थित बहुसंख्यक श्रोताओं में डॉ अवनींद्र कुमार शाक्य, डॉ गोतम शाक्य, डॉ सत्यवीर शाक्य, डॉ सूरज सिंह शाक्य,  डॉ धर्मेंद्र कुमार,जवाहर लाल शाक्य, विक्रम बौद्ध, सुंदर लाल गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, पूर्व अध्यापक बहादुर सिंह शंखवार, पूर्व अध्यापक समरथ सिंह, सभासद सत्यभान शंखवार, सत्येन्द्र पाल सिंह, असलेंद्र शाक्य,  अध्यापक महेश पाल आदि उपस्थित जन समूह ने बुद्ध मंगल मैत्री , धम्म देशना का श्रवण किया।
*वेदव्रत गुप्ता
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