प्रदर्शन में ग्रामीणों ने लगाया आरोप, गांव के खड़ंजे से ईंटे उखाड़ ले गया प्रधान, बारिश में आवागमन हुआ बाधित
(खंड विकास अधिकारी ऊंचाहार ने कहा कि नाली निर्माण होने के बाद पुनः लगवाई जाएंगी ईंटे)
माधव संदेश/प्रमोद यादव
रायबरेली ऊंचाहार ग्राम सभा में गांवों के विकास और ग्रामीणों को सहूलियत की जिम्मेदारी ही जिसके कंधे पर है, वही अब ग्रामीणों के लिए समस्या बन गया है। मजबूरन ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन के लिए उतरना पड़ा, इससे ही ग्रामीणों दशा का अंदाजा लगाया जा सकता है। विकासखंड ऊंचाहार के रामसांडा गांव से एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। यहां के ग्राम प्रधान ने अधिकारियों के साथ मिलकर ग्रामीणों के आने जाने वाले आम रास्ते का खड़ंजा उखाड़ कर उसकी ईंटें उठा ले गया है। जिससे इस बारिश के मौसम में ग्रामीणों को और स्कूली बच्चों को आवागमन में परेशान हो रही है।
ग्राम प्रधान की इस हरकत का पूरा गांव विरोध कर रहा है। मामला अधिकारियों तक भी पहुंचा है, किंतु अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। रामसांडा गांव के लोगों का कहना है कि गांव के महाराजदीन के दरवाजे से घनश्याम के दरवाजे तक करीब 100 मीटर लंबे मार्ग पर खड़ंजा लगा हुआ था। इस खड़ंजा मार्ग को करीब 3 महीने पहले ग्राम प्रधान ने उखड़वा दिया, और खड़ंजे की सारी ईंटों को प्रधान उठा ले गया। तब से गांव के लोग इस मार्ग के निर्माण के इंतजार में थे। अब जब बरसात हुई तो यह पूरा मार्ग कीचड़ से सराबोर हो गया है। हालत यह है कि इस मार्ग से पैदल भी कोई निकल नहीं सकता है। गांव के लोगों के आवागमन का यह प्रमुख मार्ग है। मार्ग के बदहाल हो जाने से पूरे गांव के लोग परेशान है। मरीज तक को आने जाने के लिए कोई प्रबंध नहीं है। इस बात को लेकर ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की है, किंतु अधिकारी भी ग्रामीणों की सुन नहीं रहे हैं।
परेशान हाल ग्रामीणों ने गांव में ही प्रदर्शन करके प्रधान के विरुद्ध नारेबाजी की है। प्रदर्शन करने वालों में राम प्रताप, दया शंकर , प्रेम सागर , दिलीप , अमर बहादुर , रामा देवी , राज कुमारी , राजेश कुमारी , संतरा देवी , राम शंकर , सुलोचना , पूनम , चंद्रपाल , पिंटू सैनी आदि मौजूद थे ।
यहां गौरतलब है कि जिस रास्ते से पूरा गांव आवागमन करता हो उस रास्ते पर बिना नए निर्माण के प्रस्ताव पास हुए पुराने आवागमन मार्ग की ईंटों को उखाड़ ले जाना यह कहां तक उचित है और यह एक अपराध की श्रेणी में है। इस पर अधिकारियों को संज्ञान लेने की जरूरत है। वहीं जब ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यदि हमारी समस्या का जल्द समाधान नहीं होता है तो हम ब्लॉक कार्यालय में धरना देंगे और जिले के मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय भी मिलने जाएंगे।
वहीं इस मामले में खंड विकास अधिकारी ऊंचाहार कामरान नेमानी ने फोन पर बताया कि उक्त मामला हमारे भी संज्ञान में आया है। नाली का निर्माण कराने के लिए खड़ंजे की ईंट को उखाड़ा गया था, खड़ंजे के बगल में बहुत जल्द नाली का निर्माण हो जायेगा, जिसके बाद खडंजा पुनः लगवा दिया जाएगा।
अब उल्लेखनीय यह है कि जो गांव की कीचड़ युक्त सड़क का जो वीडियो वायरल है, उसकी नाली आज भी कच्ची है और ग्रामीणों का कहना है कि यह नाली खडंजा लगे होने के पहले जैसी थी वैसी आज भी है। फिलहाल खंड विकास अधिकारी ऊंचाहार का कहना है कि जल्द खड़ंजे की ईंट को लगवा दिया जाएगा। यहां ऊंचाहार बीडीओ साहब को यह भी बताना चाहिए कि क्या गांव में नाली का निर्माण कराने के लिए गांव की पूरी सड़क को एक साथ उखाड़ देना चाहिए था.? क्या मानक और सरकारी नियम यही कहते हैं.??