फोटो:- मीसाबंदी का अभिनंदन और इमरजेंसी विरोधी मार्च करते भाजपाई
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जसवन्तनगर(इटावा)। शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने यहां तहसील स्तर पर सन 1975 में देश में लगाए गए आपात काल (इमरजेंसी) के लोकतंत्र के बुरे समय को याद करते संगोष्ठी आयोजित की गई।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल को लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में लगाया गया था।
भाजपाइयों ने कहा कि लोकतंत्र का काला अध्याय है आपातकाल!. और यह असफलता की कुंठा से उपजे अहंकार और दमन के कुचक्र का प्रतीक था। 25 जून 1975 में कांग्रेस की सरकार ने देश पर आपात काल थोप दिया था, तब मां भारती की साहसी संतानों ने ही कड़ा प्रतिरोध किया और यातनाएं सहकर भी लोकतंत्र को पुनर्स्थापित किया था।
संगोष्ठी में मीसाबंदी व लोकतंत्र सेनानी बेनी राम को शाल पहना कर व माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य मौजूद थे।
वरिष्ठ नेता डॉ राजबहादुर यादव, मण्डल अध्यक्ष अजय यादव बिन्दू, मण्डल अध्यक्ष प्रेम बाबू राजपूत, राजेन्द्र चौहान,बटेश्वरी दयाल प्रजापति, रविन्द्र गुप्ता, लज्जाराम प्रजापति, दलवीर सिंह, जयशिव बाल्मीकि, मनोज राजपूत, श्रेयस मिश्रा,कीर्ति भदौरिया,उमा सागर,हासिम अंसारी, सुमित जोशी, अंकित यादव, कुलदीप मिश्रा,द्रुवेश तोमर आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में मंडल पदाधिकारी एवं वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
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*वेदव्रत गुप्ता