अब डिवाइन लाइट कॉलेज में प्रारम्भ हो रही है, छात्राओं के लिए अलग विंग

     *नए सत्र में अलग अलग विंग में होगी पढ़ाई

 फोटो :- वार्ता करते रामनरेश यादव एवं मनोज एस एस
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इटावा, 23 मई। इटावा शहर में नेशनल हाइवे पर स्थित  प्रतिष्ठत विद्यालय “डिवाइन लाइट पब्लिक इण्टर कॉलेज” में जुलाई 2024 से प्रारम्भ हो रही कक्षा  9 से कक्षा 12 तक की छात्राओं के लिए अलग गर्ल्स विंग आरंभ होगा।
     विद्यालय के प्रबन्धक राम नरेश यादव  तथा  कालेज प्रधानाचार्य मनोज एम एस ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में  यह बात साझा की है।              कालेज में कक्षा-नर्सरी से कक्षा 8 तक से छात्र छात्राओं के लिए संयुक्त रूप से चलेंगी। कक्षा 9 से कक्षा12 तक, छात्रों के लिए अलग व छात्राओं के लिए अलग कक्षायें चलेंगी। 
विद्यालय में सभी कक्षाओं में प्रवेश चल रहे है। अभिभावक गण विद्यालय में संपर्क कर अपने बच्चों का एडमिशन करा सकते हैं।
    विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया है कि अभिभावक गणों की काफी लंबे समय से यह माँग थी कि अपने विद्यालय में भी छात्राओं के लिए पठन पाठन की एक अलग व्यवस्था होनी चाहिए।  इसके अतिरिक्त शहर में संचालित अन्य सी बी एस ई बोर्ड के विद्यालयों की तुलना में सबसे कम फीस में छात्रायें  शिक्षण ग्रहण कर सकेगीं । विद्यालय प्रबन्ध समिति का यह आरंभ  से ही यह ध्येय रहा है कि शिक्षा पर  सबका अधिकार है। इससे कोई भी छात्र/छात्रा किसी भी कारण से वंचित न रह पाये।  विद्यालय में अनुभवी व  प्रशिक्षित शिक्षक शिक्षिकाओं के माध्यम से बहुत ही उच्च स्तर की  शिक्षा प्रदान की जाती है। इस बात का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि  विद्यालय में गत वर्षों से कई छात्र- छात्राओं का  देश के प्रतिष्ठत परीक्षायें जैस की आई0 आई0 टी0 व नीट में चयन हुआ है।         विद्यालय प्रबन्धन अब छात्राओं को कम फीस में शिक्षा देकर समाज में नारी शक्ति को और मजबूती प्रदान करेगा। 
वर्तमान परीवेश में पठन पाठन में सबसे बडी परेशानी अनु शासन की आती है।इस व्यवस्था को और मजबूत बनाने में छात्र/छात्राओं की पढ़ने की अलग व्यवस्था बहुत ही कारगर साबित होगी। भविष्य में कक्षा-6 से छात्राओं की अलग से कक्षायें लगाने की भी योजना है। विद्यालय में दूर दराज व शहर से आने जाने के लिए वाहन सुविधा भी उपलब्ध है।उन्होने बताया कि विद्यालय के पूर्वी हिस्से में एक नवीन इमारत का निर्माण किया गया है, जिसमें छात्राओं के लिए उत्तम  शिक्षण व्यवस्था की जा सके। गर्ल्स विंग में अलग से अध्यापक अध्यापिकायें  शिक्षण कार्य करेंगी ।
विद्यालय में की जाने वाली इस व्यवस्था से अभिभावक गणों में काफी उत्साह है । वह  बढ़ चढकर समर्थन भी कर रहे हैं। आज के इस युग में एक नारी का  शिक्षित होना बहुत ही अनीवार्य है। जब इस प्रकार की अलग  शिक्षण व्यवस्था विद्यालय में की जा रही है, तो इससे अन्य अभिभावक गण भी प्रोत्साहित होंगे।  अपनी  बेटियों का विद्यालय भेजकर उन्हें देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनने में सहायक बनेगें।
वेदव्रत गुप्ता
 
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