राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हुआ तीन दिवसीय प्रशिक्षण -क्षय निवारक चिकित्सा टीपीटी प्रबंधन पर हुआ मंथन

इटावा। उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के तत्वाधान राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय 18 से 20 मार्च प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने किया।

रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभागाध्यक्ष व राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम उत्तर प्रदेश स्टेट टास्क फोर्स के वाइस चेयरमैन प्रो. डॉ. आदेश कुमार ने बताया कि कार्यशाला में क्षय रोग निवारक चिकित्सा (टीपीटी) के बेहतर प्रबंधन के संदर्भ में गहनता से मंथन हुआ और फैकल्टी,रेजिडेंट डॉक्टर्स और एमबीबीएस इंटर्न को तीन दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया गया। उन्होंने बताया कि मल्टी ड्रग रेजिस्टेंस(एमडीआर) टीबी के इलाज के लिए सरकार द्वारा बहुत ही प्रभावी कदम उठाए गए हैं। जिसके तहत सटीक और सही इलाज स्वास्थ्य विभाग के पास है, और एमडीआर टीबी के इलाज में सरकारी दवा सबसे कारगर है। रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉ आदित्य के गौतम ने बताया कि कार्यशाला में सेंसेटिव टीबी और ड्रग रेजिडेंस टीबी दोनों के लिए टीबी निवारक चिकित्सा पर ध्यान केंद्रित किया गया और सामुदायिक रूप से लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने पर भी चर्चा हुई। कार्यक्रम में प्रतिकुलपति प्रो.डॉ. रमाकांत, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. शिवचरण हैबरम, डॉ. आशीष गुप्ता व डॉ. सोमनाथ भट्टाचार्य, डॉ. प्रशांत यादव व रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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