सर्व समाज मुसाफिर खाने का हुआ उद्घाटन -मुसाफिरों को बिलकुल निःशुल्क सुविधा दी जायेगी- हन्नान
इटावा। शहर में अब अन्य जनपदों से आने वाले ज़रूरतमंद मुसाफिरों को ठहरने के लिए नहीं होगी कोई परेशानी क्योंकि समाजसेवी मरहूम हाजी अब्दुल मन्नान मंसूरी ने जो सर्व समाज के लिए निशुल्क मुसाफिर खाने, रैन बसेरे का जो सपना देखा था वह सोमवार को पूरा हुआ।
उक्त बात भारती मंसूरी वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य हाजी अब्दुल हन्नान उर्फ चाँद मंसूरी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पक्कातालाब चौराहे पर स्थित सर्व समाज मुसाफिर खाने का उद्घाटन नूरुद्दीन मंसूरी मंसूरी समाज के ज़िलाध्यक्ष व ज़िला सचिव सपा जनपद औरैया व हाजी अब्दुल मजीद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद मंसूरी, हाजी अब्दुल हन्नान, वाईके शफी चिश्ती, मोहम्मद दिलशाद चिश्ती ने शाल उड़ाकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया। उद्घाटन अवसर पर मुसाफिर खाने में शादी भी हुई, शादी के बाद हाजी नईम मंसूरी, कौमी तहफ़्फ़ुज़ कमेटी ने संयोजक खादिम अब्बास, नूरुद्दीन मंसूरी, जमाल अहमद, हाजी अज़ीम वारसी, हाशिम कुरैशी, मोहम्मद इलियास, हाजी समद, नजमुद्दीन फारूकी भूरे, डॉ. शहाबुद्दीन खां, मोहम्मद इसहाक ने वर-वधू को आशीर्बाद दिया। श्री हन्नान ने कहा कि मुसाफिर खाने में मुसाफिर को एक आई डी व फोटो लाना आवश्यक है। मुसाफिरों को बिलकुल निःशुल्क सुविधा दी जायेगी जिसमें रजाई व बैड अथवा चारपाई शामिल है। शादी में आये वर-वधू पक्ष की ओर से सभी लोगों को भोजन की भी व्यवस्था की गई थी जिसमे एसोसिएशन की ओर से मुसाफिर खाना निःशुल्क दिया गया था व कुछ सहयोग भी किया गया था। खाने से पूर्व कारी शाहवाज़ अनवर ने नज़र पेश की बाद नज़र हाथ उठाकर सभी ने अल्लाह तआला की बारगाह में सभी के हक़ में दुआये की। इस अवसर पर हाजी रईस अहमद, रौनक इटावी, नौमान आलम, मोहम्मद असलम, अब्दुल मन्नान राइन, हाशिम मंसूरी, हाजी शेख़ शकील अहमद, हाजी शेख़ आफताब, ज़ैनुल आबदीन, गुफरान अहमद मौजूद रहे।