नातिया मुशायरे में शायरों ने ख़ूब लूटी वाह वाही
इटावा। हज़रत बाबा दीन अली शाह, मस्तान शाह रह.के 40वें तीन दिवसीय उर्स के मौके पर बीती रात चाणक्य होटल के सामने स्थित दरगाह पर नातिया मुशायरे में शायरों ने खूबसूरत कलाम पेश कर मेहफ़िल में ख़ूब वाह वाही लूटी।
उर्स के आयोजक मोहम्मद शाहिद वारसी व संयोजक वाईके शफी चिश्ती ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष फुरकान अहमद, विशिष्ट अतिथि मंसूरी समाज औरैया के जिलाध्यक्ष, ज़िलासचिव सपा नूरुद्दीन मंसूरी, अध्यक्षता कर रहे हाजी अब्दुल हन्नान चाँद मंसूरी, संचालनकर्ता शायर रौनक इटावी के अलावा कार्यक्रम में आये उलमाए इकराम, मेहमान शायरों आदि का गुलपोशी कर व शाल उड़ाकर सम्मान किया। हाफिज़ कैफ ने नात पाक पेश कर नातिया मुशायरे की शुरुआत की। आफाक हैदर शिकोहाबादी ने कुछ इस तरह पढ़ा नबी के इश्क में जिसने जान देदी है, उसी को हश्र में रब ने अमान देदी है।कोई भी रोक न पायेगा उसको जन्नत से,रसूले पाक ने जिसको ज़बान देदी है।हाशिम नईमी ने कहा बुलंदी पर नसीबा हो गया, करम प्यारे नबी का हो गया।नवाज़ा इस कदर कि उनके करम ने,जो कतरा था वो दरिया हो गया।आरिफ सिद्दीक नूर ने कहा नबी के नाम का दिल में चिराग जलता है,मेरी बला से अगर आफताब जलता है आदि शानदार कलाम पेश कर शायरों ने ख़ूब वाह वाही लूटी। मौलाना अब्दुल वाजिद अशरफी ने लोगों को संबोधित किया। हाफिज़ मोहम्मद अहमद अकबरी ने नात शरीफ पेश की इसके अलावा उस्ताद शायर साबिर अहमद साबिर, सूफी अब्दुल सत्तार कमर, शकील अहमद शिकोहाबाद, सैय्यद तारिक़ मियाँ फर्रुखाबाद, फिदा हुसैन, हाफिज़ उमर बरकाती, कारी परवेज़, नदीम अहमद खां, अहमद बरकाती, सोहेल अहमद, अमीर हुसैन आमिर, यासीन अंसारी, शकील अहमद सागर, हादी हसन हादी ने अपने अपने अंदाज में कलाम पेश किये। कार्यक्रम में हाजी अज़ीम वारसी, हाजी मुईनुद्दीन मंसूरी, इन्तज़ार हसन कादरी, अरमान वारसी, शोएब वारसी, मोहम्मद दिलशाद चिश्ती, गुफरान अहमद, नजमुद्दीन फारूकी भूरे, कासिम फारूकी, मोहम्मद औसाफ मौजूद रहे।