अली डे पर मस्जिद में जलसे का आयोजन
इटावा। मौला अली कमेटी की ओर से हज़रत अली अलैहिस्सलाम के यौमे विलादत के पुर बाहर मौके पर मस्जिद शेख जलाल में जलसा आयोजित हुआ। मुकर्र ए खुसूसी हज़रत मौलाना वाजिद अशरफी और सदारत हाजी अब्दुल हननान चांद मंसूरी ने की। निजामत रौनक आशरफी इटावी ने की।
जलसे का आगाज हाफिज कारी उमर बरकाती ने किया। हाफिज कैफ रज़ा हाफिज मोहम्मद ने नाते पाक मनकवत पेश की। निजामत कर रहे रौनक आशरफी इटावी ने कहा रोशन रोशन चांद सितारे आज अली की आमद है उजले उजले हैं ये नजारे आज अली की आमद है। नदीम अहमद एड ने कहा हर तरफ ये ही सदा है आज जशने मीलादे मुर्तजा है आज
हाशिम नाईमी ने कहा जिस को खुदा ने दी हो दो आलम की सलतनत जिस की रसूल ए पाक करें कदरो मनजलत। कमर इटावी ने कहा या अली या अली या अली नाम इन का तुम रखो अली। इस के बाद मौलाना वाजिद अशरफी ने हज़रत अली अलैहिस्सलाम के जीवन पर रौशनी डाली। इस मौके पर हाजी अज़ीम वारसी, नदीम वारसी राजू, कलीम वारसी, सलमान वारसी, हाजी रईस चिश्ती, वाईके शफी चिश्ती, कमाल चिश्ती, शफी उल्ला, अब्दुल हमीद अशरफी, निजामुद्दीन ठाकुर, निहाल खां, हाजी गुड्डू मंसूरी अशरफी ने आये हुए मेहमानों का इस्तकबाल किया। इस मौके पर सूफी अब्दुल सत्तार, मो. शारिक, कासिम अशरफी, अहमद अली, अब्दुल मजीद, फारूखी, फरहत अली अशरफी, राजू खान मौजूद रहे।