डीसीएम का पहिया धंसा,घंटों जाम में फंसे यात्री
चकरनगर, इटावा। एमपी से आने वाली ओवरलोड भूसा भरी दो डीसीएम के फूप चैरेला मार्ग पर आमने-सामने फंसने से रविवार भोर सुबह भीषण जाम लग गया। मुख्य सड़क मार्ग पर करीब नौ घंटे तक रहे जाम से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बुलाई गई क्रेन मशीन से फंसी डीसीएम को हटवाकर पुलिस ने जाम खुलवाया, तब राहगीरों को निजात मिली।
चकरनगर तहसील क्षेत्र के गांव सिरसा के समीप रविवार भोर सुबह करीब पांच बजे एमपी के फूप से चैरेला को जाने वाले मुख्य सड़क मार्ग पर ओवरलोड़ तोरी का भूसा भरी डीसीएम का पहिया पटरी पर धंस गया और कुछ ही समय में पीछे से भूसा लदी आ रही दूसरी डीसीएम को चालक ने निकालने का प्रयास किया, तो वह सड़क के दूसरे किनारे की पटरी धंसने से आमने-सामने फंस गई। दोनों डीसीएम के आमने-सामने फंसने से उक्त मुख्य सड़क मार्ग पर आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया। जिससे भूसा की डीसीएम सहित ट्रैक्टर व चार पहिया वाहनों की सिरसा गांव से लेकर रानीपुरा तक करीब डेढ़ किमी की लंबी लाइन लग गई। डीसीएम चालकों की जरा सी लापरवाही के चलते उपरोक्त मार्ग करीब नौ घंटे तक लगातार प्रभावित रहा। तदोपरांत मुख्यालय से बुलाई गई क्रेन मशीन से फंसी दोनों डीसीएम को हटाकर पुलिस ने करीब दो बजे जाम खुलवाया। बताते चलें कि एमपी से आने वाली ओवरलोड़ तोरी का भूसा लदी डीसीएम बॉडी से करीब एक मीटर अधिक निकली त्रिपाल से सड़क मार्ग को अतिरिक्त घेर कर चलतीं हैं। जिससे यात्रियों को सड़क पर चलने में बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है। उक्त डीसीएम सिर्फ फूप चैरेला मार्ग को ही प्रभावित नहीं करती, बल्कि बिठौली से बंसरी पुल होते हुए भरेह और फिर चकरनगर से बकेवर मार्ग को भी प्रभावित करती है। क्षेत्रीय समाजसेवी विजय बहादुर कुशवाहा, कौशलेंद्र राजावत, अरविंद तिवारी, दीपचंद शर्मा आदि ने बॉडी के अतिरिक्त निकली भूसा भरी डीसीएम त्रिपाल को कम कराने की मांग की। प्रभारी निरीक्षण सहसांे रण बहादुर सिंह ने बताया कि सिरसा पर लगे जाम को क्रेन मशीन से डीसीएम हटाकर खुलवा दिया गया है, डीसीएम ओवरलोड़ तो नहीं है, पहिया धंसने से फंस गई थी।