हत्या की घटना का 48 घंटे के अंदर पर्दाफाश, मृतक की पत्नी सहित तीन गिरफ्तार

      *अवैध संबंधों के तहत मजदूर की, की गई थी हत्या      *जीजा और दोस्त पर मृतक का मोबाइल फोन मिला

फोटो:- हत्या की घटना का पर्दाफाश तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जानकारी देते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा साथ में थाना प्रभारी जसवंत नगर कपिल दुबे। दूसरी फोटो तीनो गिरफ्तार हत्याभियुक्त

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     जसवंतनगर(इटावा) ।48 घंटे पूर्व जसवंत नगर इलाके के ग्राम परसोआ और शाहजहांपुर के बीच गौशाला के पास मृत पड़े मिले एक 35 वर्षीय मजदूर की संदिग्ध मौत का जसवंत नगर पुलिस ने पर्दाफाश किया है । 

    मृतक की पत्नी नीतू, उसके जीजा सहवीर सिंह तथा जीजा के दोस्त धीरज उर्फ करूं को मजदूर की हत्या में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन हत्याभियुक्तों से पुलिस ने मृतक की जेब की नगदी और मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

      ज्ञातव्य है कि परसौआ गांव निवासी युवक अभिषेक यादव उर्फ करूं, जो जसवंत नगर में गिरीश लाला के राइस मिल में मजदूरी का काम करता था।16 जनवरी की सुबह मजदूरी करने गया था और वहां से शाम 5 बजे लौट आया था।
    घर वालों का कहना था कि वह लौटते वक्त अपना टिफिन भूल आया था, इसलिए घर आकर दोबारा टिफिन उठाने राइस मिल चला गया था, मगर 17 जनवरी की सुबह उसका शव परसौआ गांव से थोड़े पहले पड़ा मिला था। उसके गले में अंगौछे का फंदा कसा मिला था  उसकी साइकिल वहीं पड़ी पाई गई थी। उसकी मौत को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जाने लगे थे।
       घटनास्थल का दौरा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने किया था।  जसवंत नगर के थाना प्रभारी कपिल दुबे को घटना का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान और थाना प्रभारी कपिल  दुबे गहराई से तफ्तीश में जुट गए थे और कुछ क्ल्यू  मिले थे।
    पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था, जिसमें भी हत्या का अंदेशा आया था।
    थाना प्रभारी जसवंत नगर कपिल दुबे के अनुसार उन्होंने जब  मामले की तफ्तीश प्रारंभ की, तो संज्ञान में आया कि मृतक  की पत्नी नीतू के अवैध संबंध धीरज उर्फ करूं पुत्र रामकबीर निवासी ग्राम पुठिया से  चर्चा में हैं।  नीतू और स्व अभिषेक के जीजा सहवीर पुत्र रामसेवक निवासी ग्राम नगला पसी आपस में दोस्त थे। इन दोनों ने पत्नी नीतू से मिलकर साजिश रची थी कि कैसे भी रास्ते से अभिषेक को हटा दिया जाए। नीतू योजना में शामिल हो गई और 16/17 जनवरी की रात अभिषेक की हत्या करके लाश फेंक दी गई।
   योजना यह थी कि अभिषेक की मौत के बाद नीतू ,धीरज से शादी कर लेगी और दोनों दोस्त लोग उसे फिर बरतेंगे।
        शनिवार को थाना प्रभारी कपिल दुबे और उपनिरीक्षकगण मनोज कुमार और संत कुमार  फोर्स के साथ हाईवे के किनारे धनुआ जाने वाली तिराहा पर संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश में जुटे  थे कि तभी मोटर सायकिल सवार दो व्यक्ति पुलिस को देखकर पीछे मुड़कर भागने लगे, जिन्हें बाद में पुलिस ने दबोच लिया गया तो उनमें एक सहवीर और दूसरा धीरज था। जिनकी जामा तलाशी ली गई, तो उनके कब्जे से एक टच मोबाइल फोन रियलमी सी 31 तथा कुछ नगदी बरामद हुई। जब पुलिस ने बरामद मोबाइल के बारे में जाना कि यह तो मृतक अभिषेक का है, तो कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों ने अभिषेक की हत्या किए जाने की घटना कबूल कर ली। पुलिस ने बाद में मृतक अभिषेक की पत्नी नीतू को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की और घटना का पर्दाफाश हो गया।
  पुलिस की इस सफलता पर प्रेस वार्ता कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने जसवंतनगर थाना प्रभारी और टीम को शाबाशी दी।
*वेदव्रत गुप्ता
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